एम.एल.के. पी.जी. कॉलेज के बीएड विभाग ने सोमवार को एक अन्तरसंकाय विनिमय कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत “व्यक्तित्व अवधारणा: प्रकार एवं सुझाव” विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया, जिसमें वक्ताओं ने व्यक्तित्व निर्धारण के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। मुख्य वक्ता मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. स्वदेश भट्ट ने बुद्धि तथा उसके मापन हेतु प्रचलित परीक्षणों एवं कार्यों का विस्तृत उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि यदि बुद्धि की थोड़ी भी सत्ता है, तो वह मापन योग्य है। राजर्षि त्रिपाठी ने अपने संबोधन में अंतर्मुखी और बहिर्मुखी दोनों प्रकार के व्यक्तित्व को समाज के लिए आवश्यक बताया। कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर एस.पी. मिश्र ने सभी का स्वागत करते हुए ऐसे व्याख्यानों को बीएड छात्राओं के लिए काफी लाभकारी बताया। डॉ. राम रहीस ने उपस्थित सभी लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ. के.के. मिश्र, डॉ. मिथिलेश मिश्रा और डॉ. शुभम भी मौजूद रहे।
बलरामपुर कॉलेज में व्यक्तित्व अवधारणा पर व्याख्यान:बीएड विभाग ने अन्तरसंकाय विनिमय कार्यक्रम के तहत किया आयोजन
एम.एल.के. पी.जी. कॉलेज के बीएड विभाग ने सोमवार को एक अन्तरसंकाय विनिमय कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत “व्यक्तित्व अवधारणा: प्रकार एवं सुझाव” विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया, जिसमें वक्ताओं ने व्यक्तित्व निर्धारण के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। मुख्य वक्ता मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. स्वदेश भट्ट ने बुद्धि तथा उसके मापन हेतु प्रचलित परीक्षणों एवं कार्यों का विस्तृत उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि यदि बुद्धि की थोड़ी भी सत्ता है, तो वह मापन योग्य है। राजर्षि त्रिपाठी ने अपने संबोधन में अंतर्मुखी और बहिर्मुखी दोनों प्रकार के व्यक्तित्व को समाज के लिए आवश्यक बताया। कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर एस.पी. मिश्र ने सभी का स्वागत करते हुए ऐसे व्याख्यानों को बीएड छात्राओं के लिए काफी लाभकारी बताया। डॉ. राम रहीस ने उपस्थित सभी लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ. के.के. मिश्र, डॉ. मिथिलेश मिश्रा और डॉ. शुभम भी मौजूद रहे।









































