शिक्षा क्षेत्र शिवपुरा में निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा तीन के शिक्षकों के लिए आयोजित क्षमता संवर्धन कार्यशाला के तीसरे बैच का समापन हो गया। यह एक दिवसीय कार्यशाला बेसिक शिक्षा विभाग और पिरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में बीआरसी केंद्र शिवपुरा में आयोजित की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य कक्षा तीन के विद्यार्थियों को निर्धारित दक्षताओं में निपुण बनाना है। कार्यशाला का संचालन खंड शिक्षा अधिकारी सियाराम वर्मा के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने शिक्षकों को निपुण भारत मिशन के उद्देश्यों की विस्तृत जानकारी दी। वर्मा ने बताया कि बच्चों की सीखने की क्षमता को मजबूत करने के लिए सतत आकलन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने निपुण प्लस ऐप के माध्यम से बच्चों के नियमित मूल्यांकन और उपचारात्मक कक्षाओं के जरिए अधिगम स्तर को बेहतर बनाने पर जोर दिया। पिरामल फाउंडेशन की ओर से प्रतिभा यादव ने कार्यशाला का संचालन किया। कार्यक्रम का समन्वय प्रतिभा यादव और नोडल शिक्षक कमल किशोर के संयुक्त नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस दौरान कक्षा तीन की प्रमुख दक्षताओं और उनसे जुड़े आंकड़ों पर विस्तार से चर्चा की गई। मानती कुमारी ने आंकड़ों के माध्यम से निपुण भारत मिशन को प्रभावी बनाने के योजनाबद्ध प्रयासों पर प्रकाश डाला। एआरपी उमाशंकर गुप्ता ने भाषा और गणित विषयों को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से विद्यालय भ्रमण के दौरान अपनाई जा रही शैक्षणिक प्रथाओं, शिक्षण में आ रही चुनौतियों और आवश्यक सुधार बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने कार्यपत्रक और कार्यपुस्तिकाओं के सुचारु एवं उद्देश्यपूर्ण उपयोग पर बल दिया, ताकि बच्चे सरलता से सीख सकें और निर्धारित दक्षताओं को समय पर प्राप्त कर सकें। कार्यशाला की शुरुआत प्रेरणादायी चेतना गीत और बाल गीत से हुई, जिससे शिक्षकों में उत्साह और सकारात्मक वातावरण बना रहा। पूरे सत्र के दौरान शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी करते हुए अपने अनुभव साझा किए और निपुण भारत मिशन को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए।
शिवपुरा में निपुण भारत मिशन अभियान:बीआरसी केंद्र में तीसरी क्लास के शिक्षकों को किया प्रशिक्षित
शिक्षा क्षेत्र शिवपुरा में निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा तीन के शिक्षकों के लिए आयोजित क्षमता संवर्धन कार्यशाला के तीसरे बैच का समापन हो गया। यह एक दिवसीय कार्यशाला बेसिक शिक्षा विभाग और पिरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में बीआरसी केंद्र शिवपुरा में आयोजित की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य कक्षा तीन के विद्यार्थियों को निर्धारित दक्षताओं में निपुण बनाना है। कार्यशाला का संचालन खंड शिक्षा अधिकारी सियाराम वर्मा के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने शिक्षकों को निपुण भारत मिशन के उद्देश्यों की विस्तृत जानकारी दी। वर्मा ने बताया कि बच्चों की सीखने की क्षमता को मजबूत करने के लिए सतत आकलन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने निपुण प्लस ऐप के माध्यम से बच्चों के नियमित मूल्यांकन और उपचारात्मक कक्षाओं के जरिए अधिगम स्तर को बेहतर बनाने पर जोर दिया। पिरामल फाउंडेशन की ओर से प्रतिभा यादव ने कार्यशाला का संचालन किया। कार्यक्रम का समन्वय प्रतिभा यादव और नोडल शिक्षक कमल किशोर के संयुक्त नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस दौरान कक्षा तीन की प्रमुख दक्षताओं और उनसे जुड़े आंकड़ों पर विस्तार से चर्चा की गई। मानती कुमारी ने आंकड़ों के माध्यम से निपुण भारत मिशन को प्रभावी बनाने के योजनाबद्ध प्रयासों पर प्रकाश डाला। एआरपी उमाशंकर गुप्ता ने भाषा और गणित विषयों को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से विद्यालय भ्रमण के दौरान अपनाई जा रही शैक्षणिक प्रथाओं, शिक्षण में आ रही चुनौतियों और आवश्यक सुधार बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने कार्यपत्रक और कार्यपुस्तिकाओं के सुचारु एवं उद्देश्यपूर्ण उपयोग पर बल दिया, ताकि बच्चे सरलता से सीख सकें और निर्धारित दक्षताओं को समय पर प्राप्त कर सकें। कार्यशाला की शुरुआत प्रेरणादायी चेतना गीत और बाल गीत से हुई, जिससे शिक्षकों में उत्साह और सकारात्मक वातावरण बना रहा। पूरे सत्र के दौरान शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी करते हुए अपने अनुभव साझा किए और निपुण भारत मिशन को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए।









































