नेपाल सीमा से सटे मोहाना थाना क्षेत्र के निबिहवा में खाद दुकानदारों पर निर्धारित दर से अधिक कीमत पर डीएपी और यूरिया बेचने का आरोप लगा है। किसानों ने इस संबंध में वीडियो बनाना शुरू कर दिया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। दैनिक भास्कर इन वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। मोहाना थाना क्षेत्र के भुजौली गांव के किसान गनपत लोधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस 24 सेकंड के वीडियो में गनपत लोधी ने आरोप लगाया है कि उन्होंने निबिहवा स्थित एक दुकान से डीएपी की एक बोरी 1800 रुपये में खरीदी, जबकि दुकानदार ने उन्हें 1350 रुपये का बिल दिया। किसानों का कहना है कि यह समस्या केवल एक दुकान तक सीमित नहीं है। क्षेत्र में कई दुकानदार मिलीभगत कर किसानों को महंगे दामों पर उर्वरक खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं। उनका आरोप है कि अधिकारियों की सख्ती के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है, जिसके कारण उन्हें मजबूरन अधिक दाम चुकाने पड़ रहे हैं। वायरल वीडियो के संबंध में, निबिहवा स्थित इरशाद ट्रेडर्स के दुकानदार इरशाद (सुद्दू) ने अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि जब मोहाना, सीकरी और दुल्हा सहित क्षेत्र की अन्य सभी दुकानों पर उर्वरक इसी दर पर बेचे जा रहे हैं, तो वे कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं। इरशाद ने यह भी बताया कि हाल ही में जिला कृषि अधिकारी मोहम्मद मुजम्मिल ने उनकी दुकान का निरीक्षण किया था। उन्होंने तर्क दिया कि जब सभी दुकानदार महंगे दामों पर उर्वरक बेच रहे हैं, तो वे भी ऐसा ही कर रहे हैं। इस मामले पर एडीओ एजी बर्डपुर मनीष त्रिपाठी ने बताया कि वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
सिद्धार्थनगर में किसानों को बेचा जा रहा महंगा डीएपी:नेपाल सीमा के निबिहवा में खाद दुकान पर आरोप, किसान ने 1800 में खरीदी बोरी
नेपाल सीमा से सटे मोहाना थाना क्षेत्र के निबिहवा में खाद दुकानदारों पर निर्धारित दर से अधिक कीमत पर डीएपी और यूरिया बेचने का आरोप लगा है। किसानों ने इस संबंध में वीडियो बनाना शुरू कर दिया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। दैनिक भास्कर इन वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। मोहाना थाना क्षेत्र के भुजौली गांव के किसान गनपत लोधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस 24 सेकंड के वीडियो में गनपत लोधी ने आरोप लगाया है कि उन्होंने निबिहवा स्थित एक दुकान से डीएपी की एक बोरी 1800 रुपये में खरीदी, जबकि दुकानदार ने उन्हें 1350 रुपये का बिल दिया। किसानों का कहना है कि यह समस्या केवल एक दुकान तक सीमित नहीं है। क्षेत्र में कई दुकानदार मिलीभगत कर किसानों को महंगे दामों पर उर्वरक खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं। उनका आरोप है कि अधिकारियों की सख्ती के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है, जिसके कारण उन्हें मजबूरन अधिक दाम चुकाने पड़ रहे हैं। वायरल वीडियो के संबंध में, निबिहवा स्थित इरशाद ट्रेडर्स के दुकानदार इरशाद (सुद्दू) ने अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि जब मोहाना, सीकरी और दुल्हा सहित क्षेत्र की अन्य सभी दुकानों पर उर्वरक इसी दर पर बेचे जा रहे हैं, तो वे कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं। इरशाद ने यह भी बताया कि हाल ही में जिला कृषि अधिकारी मोहम्मद मुजम्मिल ने उनकी दुकान का निरीक्षण किया था। उन्होंने तर्क दिया कि जब सभी दुकानदार महंगे दामों पर उर्वरक बेच रहे हैं, तो वे भी ऐसा ही कर रहे हैं। इस मामले पर एडीओ एजी बर्डपुर मनीष त्रिपाठी ने बताया कि वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।



































