सिद्धार्थनगर जिले में डुमरियागंज-बाँसी मार्ग से जमालजोत गांव को जोड़ने वाली सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। सड़क पर गहरे गड्ढे होने के कारण यहां से गुजरने वाले लोगों को लगातार दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। बारिश के मौसम में इन गड्ढों में पानी भर जाता है। जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण कई दिनों तक जलभराव बना रहता है। पानी से भरे गड्ढे दिखाई न देने के कारण बाइक और ई-रिक्शा चालक अक्सर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, आए दिन लोग फिसलकर गिरते रहते हैं, जिससे ई-रिक्शा चालकों को विशेष कठिनाई का सामना करना पड़ता है। स्थानीय प्रशासन इस गंभीर समस्या के प्रति उदासीन बना हुआ है। ग्रामीणों ने कई बार शासन-प्रशासन को सड़क की खराब स्थिति से अवगत कराया है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय निवासियों शिवकुमार, उस्मान, रोहित, विफई प्रसाद और जमुना ने बताया कि सड़क की जर्जर हालत के कारण वाहनों का आवागमन अत्यंत कठिन हो गया है। बारिश के मौसम में यह समस्या और भी विकट हो जाती है, जिससे पास के प्राथमिक विद्यालय जाने वाले बच्चे भी अक्सर चोटिल होते रहते हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल सड़क के पुनर्निर्माण की मांग की है।
जमालजोत गांव की सड़क जर्जर, गड्ढों से भरी:दुर्घटनाओं का खतरा, स्थानीय प्रशासन उदासीन
सिद्धार्थनगर जिले में डुमरियागंज-बाँसी मार्ग से जमालजोत गांव को जोड़ने वाली सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। सड़क पर गहरे गड्ढे होने के कारण यहां से गुजरने वाले लोगों को लगातार दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। बारिश के मौसम में इन गड्ढों में पानी भर जाता है। जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण कई दिनों तक जलभराव बना रहता है। पानी से भरे गड्ढे दिखाई न देने के कारण बाइक और ई-रिक्शा चालक अक्सर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, आए दिन लोग फिसलकर गिरते रहते हैं, जिससे ई-रिक्शा चालकों को विशेष कठिनाई का सामना करना पड़ता है। स्थानीय प्रशासन इस गंभीर समस्या के प्रति उदासीन बना हुआ है। ग्रामीणों ने कई बार शासन-प्रशासन को सड़क की खराब स्थिति से अवगत कराया है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय निवासियों शिवकुमार, उस्मान, रोहित, विफई प्रसाद और जमुना ने बताया कि सड़क की जर्जर हालत के कारण वाहनों का आवागमन अत्यंत कठिन हो गया है। बारिश के मौसम में यह समस्या और भी विकट हो जाती है, जिससे पास के प्राथमिक विद्यालय जाने वाले बच्चे भी अक्सर चोटिल होते रहते हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल सड़क के पुनर्निर्माण की मांग की है।









