सदर थाना क्षेत्र के परसा महापात्र गांव में 17 वर्षीय किशोर शाहिद का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। मृतक की मां कमरजहां ने आरोप लगाया है कि गांव के ही गुरबाज और एक ईंट-भट्ठा मालिक अनूप कुमार अग्रहरी उसे काम के बहाने घर से ले गए थे। कमरजहां के अनुसार, 24 दिसंबर बुधवार सुबह करीब छह बजे शाहिद को घर से ले जाया गया था। शाम करीब सात बजे उसका शव परसा महापात्र गांव में राजेंद्र के घर के पास चकरोड़ पर पड़ा मिला। हाईवे से यह स्थान लगभग 150 मीटर अंदर है। सबसे पहले शव को गांव के जिते बंजारा ने देखा, जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उच्च अधिकारियों ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। शव की स्थिति देखकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। मृतक की मां कमरजहां ने सदर थाने में तहरीर दी है। उन्होंने भट्ठा मालिक अनूप कुमार अग्रहरी, उनके भतीजे राजन अग्रहरी, परसा महापात्र के बिफई और गुलबाज पर शाहिद की हत्या का गंभीर आरोप लगाया है। तहरीर में कहा गया है कि हत्या के बाद साक्ष्य छिपाने के लिए शव को गांव में लाकर फेंका गया। परसा महापात्र निवासी अलाउद्दीन ने बताया कि मृतक के सिर और चेहरे पर गहरे घाव थे, जो किसी बेलचा या लोहे की वस्तु से वार किए जाने जैसे प्रतीत होते हैं। शरीर पर घसीटने के निशान भी पाए गए हैं। आरोप है कि शव को मोटरसाइकिल से घसीटते हुए लाकर चकरोड़ पर फेंका गया था। घटना के बाद परिवार सदमे में है। मृतक की मां कमरजहां ने बताया कि शाहिद उनका इकलौता बेटा था और पूरे परिवार का सहारा था। उनके पति पहले से ही बीमार हैं और काम करने में असमर्थ हैं।
किशोर का शव मिला, परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया:सिर और चेहरे पर चोट के निशान, भट्ठे पर काम के लिए गया था
सदर थाना क्षेत्र के परसा महापात्र गांव में 17 वर्षीय किशोर शाहिद का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। मृतक की मां कमरजहां ने आरोप लगाया है कि गांव के ही गुरबाज और एक ईंट-भट्ठा मालिक अनूप कुमार अग्रहरी उसे काम के बहाने घर से ले गए थे। कमरजहां के अनुसार, 24 दिसंबर बुधवार सुबह करीब छह बजे शाहिद को घर से ले जाया गया था। शाम करीब सात बजे उसका शव परसा महापात्र गांव में राजेंद्र के घर के पास चकरोड़ पर पड़ा मिला। हाईवे से यह स्थान लगभग 150 मीटर अंदर है। सबसे पहले शव को गांव के जिते बंजारा ने देखा, जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उच्च अधिकारियों ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। शव की स्थिति देखकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। मृतक की मां कमरजहां ने सदर थाने में तहरीर दी है। उन्होंने भट्ठा मालिक अनूप कुमार अग्रहरी, उनके भतीजे राजन अग्रहरी, परसा महापात्र के बिफई और गुलबाज पर शाहिद की हत्या का गंभीर आरोप लगाया है। तहरीर में कहा गया है कि हत्या के बाद साक्ष्य छिपाने के लिए शव को गांव में लाकर फेंका गया। परसा महापात्र निवासी अलाउद्दीन ने बताया कि मृतक के सिर और चेहरे पर गहरे घाव थे, जो किसी बेलचा या लोहे की वस्तु से वार किए जाने जैसे प्रतीत होते हैं। शरीर पर घसीटने के निशान भी पाए गए हैं। आरोप है कि शव को मोटरसाइकिल से घसीटते हुए लाकर चकरोड़ पर फेंका गया था। घटना के बाद परिवार सदमे में है। मृतक की मां कमरजहां ने बताया कि शाहिद उनका इकलौता बेटा था और पूरे परिवार का सहारा था। उनके पति पहले से ही बीमार हैं और काम करने में असमर्थ हैं।









































