सिद्धार्थनगर में संविधान दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से वर्चुअल माध्यम से संविधान की शपथ दिलाई। जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, अपर जिलाधिकारी गौरव श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारियों ने भी शपथ दोहराई। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान के शपथ वाक्य के पाठ से हुई। सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर शपथ ली। “हम, भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिये दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में 26 नवम्बर, 1949 को एतद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मसमर्पित करते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को पूर्ण हुआ था। जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू कर भारत को एक स्वतंत्र गणराज्य का रूप दिया गया। उन्होंने बताया कि संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार देता है और यह विश्व का पहला संविधान है जिसने प्रत्येक नागरिक को मताधिकार प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने सभी से संविधान में निहित आदर्शों और मूल्यों को आत्मसात करने और उन्हें अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद सामूहिक राष्ट्रगान किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कोषाधिकारी रमेंद्र कुमार मौर्य सहित कलेक्ट्रेट के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। सभी ने संविधान के महत्व और उसकी मूल भावनाओं को समझते हुए इसे अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
सिद्धार्थनगर में संविधान दिवस पर शपथ ग्रहण:CM बोले- संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार देता है
सिद्धार्थनगर में संविधान दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से वर्चुअल माध्यम से संविधान की शपथ दिलाई। जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, अपर जिलाधिकारी गौरव श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारियों ने भी शपथ दोहराई। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान के शपथ वाक्य के पाठ से हुई। सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर शपथ ली। “हम, भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिये दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में 26 नवम्बर, 1949 को एतद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मसमर्पित करते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को पूर्ण हुआ था। जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू कर भारत को एक स्वतंत्र गणराज्य का रूप दिया गया। उन्होंने बताया कि संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार देता है और यह विश्व का पहला संविधान है जिसने प्रत्येक नागरिक को मताधिकार प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने सभी से संविधान में निहित आदर्शों और मूल्यों को आत्मसात करने और उन्हें अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद सामूहिक राष्ट्रगान किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कोषाधिकारी रमेंद्र कुमार मौर्य सहित कलेक्ट्रेट के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। सभी ने संविधान के महत्व और उसकी मूल भावनाओं को समझते हुए इसे अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।









































