डुमरियागंज क्षेत्र में रबी फसलों जैसे गेहूं, मटर और सरसों की सिंचाई के लिए किसानों को नहरों में पानी की सख्त आवश्यकता है। नहरों में पानी न होने के कारण किसान अपने खेतों की सिंचाई के लिए महंगे पंप सेट का उपयोग करने को मजबूर हैं, जिससे उन पर हजारों रुपये का अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है। इन नहरों का संचालन सरयू नहर खंड प्रथम बांसी द्वारा किया जाता है। क्षेत्र में कई नहरें पूरी तरह सूखी पड़ी हैं। बसडीलिया से निकलकर बढ़नी के रास्ते खरगोला जाने वाली नहर में पानी की एक बूंद भी दिखाई नहीं दे रही है। किसानों का आरोप है कि नहरों की शिल्ट सफाई का काम भी केवल कागजों पर ही पूरा किया गया है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है। भारतभारी क्षेत्र के खरगौला निवासी किसान मुनव्वर हुसैन ने बताया, “हमारे पास इतना पैसा नहीं है कि हम अपने खेत की सिंचाई पंप सेट से करवा सकें। हम जैसे किसानों के लिए नहरें ही एकमात्र सहारा हैं, लेकिन चारों तरफ नहरें सूखी पड़ी हैं, जैसे नहरों में अकाल पड़ा हो।” बढ़या निवासी राम नरेश ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा, “बढ़या-खरगौला नहर में पानी समय पर नहीं आता है। जब सिंचाई का समय समाप्त हो जाता है, तब नहर में पानी देखने को मिलता है। अगर नहरों में पानी समय से आ जाए तो किसानों को बहुत फायदा होगा और वे आसानी से सिंचाई कर पाएंगे।” इस संबंध में सरयू नहर खंड बांसी के जूनियर इंजीनियर (जेई) श्याम जी ने बताया कि नहरों की सफाई का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अब रोस्टर के अनुसार नहरों में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई है।
डुमरियागंज में किसान परेशान, नहरों में नहीं आ रहा पानी:सिंचाई का समय बीतने के बाद पानी आने का आरोप
डुमरियागंज क्षेत्र में रबी फसलों जैसे गेहूं, मटर और सरसों की सिंचाई के लिए किसानों को नहरों में पानी की सख्त आवश्यकता है। नहरों में पानी न होने के कारण किसान अपने खेतों की सिंचाई के लिए महंगे पंप सेट का उपयोग करने को मजबूर हैं, जिससे उन पर हजारों रुपये का अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है। इन नहरों का संचालन सरयू नहर खंड प्रथम बांसी द्वारा किया जाता है। क्षेत्र में कई नहरें पूरी तरह सूखी पड़ी हैं। बसडीलिया से निकलकर बढ़नी के रास्ते खरगोला जाने वाली नहर में पानी की एक बूंद भी दिखाई नहीं दे रही है। किसानों का आरोप है कि नहरों की शिल्ट सफाई का काम भी केवल कागजों पर ही पूरा किया गया है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है। भारतभारी क्षेत्र के खरगौला निवासी किसान मुनव्वर हुसैन ने बताया, “हमारे पास इतना पैसा नहीं है कि हम अपने खेत की सिंचाई पंप सेट से करवा सकें। हम जैसे किसानों के लिए नहरें ही एकमात्र सहारा हैं, लेकिन चारों तरफ नहरें सूखी पड़ी हैं, जैसे नहरों में अकाल पड़ा हो।” बढ़या निवासी राम नरेश ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा, “बढ़या-खरगौला नहर में पानी समय पर नहीं आता है। जब सिंचाई का समय समाप्त हो जाता है, तब नहर में पानी देखने को मिलता है। अगर नहरों में पानी समय से आ जाए तो किसानों को बहुत फायदा होगा और वे आसानी से सिंचाई कर पाएंगे।” इस संबंध में सरयू नहर खंड बांसी के जूनियर इंजीनियर (जेई) श्याम जी ने बताया कि नहरों की सफाई का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अब रोस्टर के अनुसार नहरों में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई है।









































