महराजगंज कलेक्ट्रेट परिसर में शुक्रवार को महिला मेटों ने जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा को एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कार्य न मिलने और मास्टरोल फीडिंग न होने सहित अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर न्याय की गुहार लगाई। महिला मेटों का कहना है कि उन्हें वर्तमान में कार्यस्थलों पर काम नहीं दिया जा रहा है, जिससे उनकी आजीविका प्रभावित हो रही है। इसके अतिरिक्त, उनका मास्टरोल भी फीड नहीं किया जा रहा है, जिससे उनकी परेशानियां लगातार बढ़ रही हैं। ज्ञापन में प्रमुख रूप से मांग की गई है कि सभी महिला मेटों से नियमित रूप से कार्य लिया जाए और उनका मास्टरोल फीडिंग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी करने की अपील की। उनकी अन्य मांगों में कार्यस्थल पर एनएमएमएस (NMMS) के माध्यम से हाजिरी लगाने का अधिकार देना और महिला मेटों द्वारा स्वयं अपना मास्टरोल ब्लॉक कार्यालय में जमा कराने की अनुमति शामिल है। महिला मेटों ने यह भी मांग की कि वर्ष 2023 के बाद नियुक्त महिला मेटों को निरस्त कर प्रारंभ में नियुक्त महिला मेटों से ही कार्य कराया जाए। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक माह जिला स्तर पर डीसी मनरेगा या सीडीओ की निगरानी में महिला मेटों की बैठकें आयोजित करने की बात कही गई, ताकि उनकी समस्याओं का समय पर समाधान हो सके। जिलाधिकारी ने महिला मेटों को आश्वासन दिया कि संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है और उनके आवेदन पर शीघ्र विचार-विमर्श किया जाएगा। महिला मेटों ने जिलाधिकारी से इन मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर शीघ्र समाधान करने की अपील की है। ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला अध्यक्ष गीता सिंह, सविता जैसवाल, ममता यादव, कमलावती देवी, मनीषा देवी, अंशिका यादव, ललिता गुप्ता, गीतांजलि, राधिका देवी, अनीता देवी, मीरा देवी, बंदना, किरण, रीना, पूनम प्रजापति, सुशीला प्रजापति, सरिता सहित बड़ी संख्या में महिला मेट उपस्थित थीं।
महिला मेटों को काम नहीं, मास्टरोल फीडिंग रुकी: महराजगंज में जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन, पांच सूत्रीय मांगें रखीं – Nichlaul News
महराजगंज कलेक्ट्रेट परिसर में शुक्रवार को महिला मेटों ने जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा को एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कार्य न मिलने और मास्टरोल फीडिंग न होने सहित अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर न्याय की गुहार लगाई। महिला मेटों का कहना है कि उन्हें वर्तमान में कार्यस्थलों पर काम नहीं दिया जा रहा है, जिससे उनकी आजीविका प्रभावित हो रही है। इसके अतिरिक्त, उनका मास्टरोल भी फीड नहीं किया जा रहा है, जिससे उनकी परेशानियां लगातार बढ़ रही हैं। ज्ञापन में प्रमुख रूप से मांग की गई है कि सभी महिला मेटों से नियमित रूप से कार्य लिया जाए और उनका मास्टरोल फीडिंग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी करने की अपील की। उनकी अन्य मांगों में कार्यस्थल पर एनएमएमएस (NMMS) के माध्यम से हाजिरी लगाने का अधिकार देना और महिला मेटों द्वारा स्वयं अपना मास्टरोल ब्लॉक कार्यालय में जमा कराने की अनुमति शामिल है। महिला मेटों ने यह भी मांग की कि वर्ष 2023 के बाद नियुक्त महिला मेटों को निरस्त कर प्रारंभ में नियुक्त महिला मेटों से ही कार्य कराया जाए। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक माह जिला स्तर पर डीसी मनरेगा या सीडीओ की निगरानी में महिला मेटों की बैठकें आयोजित करने की बात कही गई, ताकि उनकी समस्याओं का समय पर समाधान हो सके। जिलाधिकारी ने महिला मेटों को आश्वासन दिया कि संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है और उनके आवेदन पर शीघ्र विचार-विमर्श किया जाएगा। महिला मेटों ने जिलाधिकारी से इन मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर शीघ्र समाधान करने की अपील की है। ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला अध्यक्ष गीता सिंह, सविता जैसवाल, ममता यादव, कमलावती देवी, मनीषा देवी, अंशिका यादव, ललिता गुप्ता, गीतांजलि, राधिका देवी, अनीता देवी, मीरा देवी, बंदना, किरण, रीना, पूनम प्रजापति, सुशीला प्रजापति, सरिता सहित बड़ी संख्या में महिला मेट उपस्थित थीं।









































