दैनिक भास्कर संवाददाता बहराइच जिले के मिहिपुरवा ब्लॉक की अर्गोरवा (बरहैया) पंचायत के प्रधान जितेंद्र कुमार से मिले। अपने द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में प्रधान ने ये बातें कहीं। जितेंद्र कुमार ग्राम प्रधान सोंगवा, विकासखंड मिहिपुरवा हैं। हम लोगों ने चुनाव लड़ा। आज से चार वर्ष, लगभग पाँचवां वर्ष बीत रहा है। नया चुनाव आने वाला है। प्रधान बनने के बाद, हम लोगों ने गाँव में विकास कार्य तेजी से शुरू किए। पहले या दो वित्तीय वर्षों में कुछ काम भी करवाए जिनका अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। इसके बाद हम लोगों ने सोचा कि विकास कार्य किए जाएँ, लेकिन पैसे के अभाव में कई काम रुक गए हैं। हमारे यहाँ वित्त की स्थिति यह है कि मानदेय जितना ही पैसा आता है। यह एक छोटी ग्राम पंचायत है, इसलिए उससे काम करवाना संभव नहीं हो पाता है। बाकी हमें जो भी प्राप्त हुआ, जैसे रोड, नाली, खड़ंजा, और स्कूल की देखरेख, यह सब करवाया गया। आवास तो एक अलग योजना है, जिसका पैसा सीधे डीबीटी अकाउंट के माध्यम से आता है। ग्राम पंचायत में लगभग 200 आवास भी बनवाए गए। यही सब काम हुए हैं, बाकी आप लोग देख ही रहे हैं जो काम हुआ है, वह आपके समक्ष है। डिस्क्लेमर: दैनिक भास्कर, प्रधान के दावों की पुष्टि नहीं करता हैं
प्रधान जी के दावे-वादे: मिहिपुरवा ब्लॉक की अर्गोरवा (बरहैया) पंचायत के प्रधान से खास बातचीत – Mihinpurwa(Bahraich) News
दैनिक भास्कर संवाददाता बहराइच जिले के मिहिपुरवा ब्लॉक की अर्गोरवा (बरहैया) पंचायत के प्रधान जितेंद्र कुमार से मिले। अपने द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में प्रधान ने ये बातें कहीं। जितेंद्र कुमार ग्राम प्रधान सोंगवा, विकासखंड मिहिपुरवा हैं। हम लोगों ने चुनाव लड़ा। आज से चार वर्ष, लगभग पाँचवां वर्ष बीत रहा है। नया चुनाव आने वाला है। प्रधान बनने के बाद, हम लोगों ने गाँव में विकास कार्य तेजी से शुरू किए। पहले या दो वित्तीय वर्षों में कुछ काम भी करवाए जिनका अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। इसके बाद हम लोगों ने सोचा कि विकास कार्य किए जाएँ, लेकिन पैसे के अभाव में कई काम रुक गए हैं। हमारे यहाँ वित्त की स्थिति यह है कि मानदेय जितना ही पैसा आता है। यह एक छोटी ग्राम पंचायत है, इसलिए उससे काम करवाना संभव नहीं हो पाता है। बाकी हमें जो भी प्राप्त हुआ, जैसे रोड, नाली, खड़ंजा, और स्कूल की देखरेख, यह सब करवाया गया। आवास तो एक अलग योजना है, जिसका पैसा सीधे डीबीटी अकाउंट के माध्यम से आता है। ग्राम पंचायत में लगभग 200 आवास भी बनवाए गए। यही सब काम हुए हैं, बाकी आप लोग देख ही रहे हैं जो काम हुआ है, वह आपके समक्ष है। डिस्क्लेमर: दैनिक भास्कर, प्रधान के दावों की पुष्टि नहीं करता हैं








































