बलरामपुर नगर पालिका परिषद ने अतिक्रमण की समस्या से निपटने के लिए कड़ा रुख अपनाया है। पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देशानुसार, अब किसी भी अतिक्रमण को हटाने से 48 घंटे पहले उसका चिन्हांकन किया जाएगा। इसका उद्देश्य संबंधित व्यक्तियों को स्वयं अतिक्रमण हटाने का अवसर देना है। पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डीपी सिंह बैस ने बताया कि अतिक्रमण चिन्हांकन और हटाने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति में कर निरीक्षक राकेश कुमार, सफाई निरीक्षक दिवाकर पाण्डेय, जेई जल धर्मेन्द्र गौड़ और जेई सिविल अवनीश यादव शामिल हैं। यह समिति नगर क्षेत्र में अतिक्रमण का चिन्हांकन करेगी। चिन्हांकन के बाद संबंधित व्यक्ति को 48 घंटे का समय दिया जाएगा। यदि इस निर्धारित अवधि में अतिक्रमण स्वयं नहीं हटाया जाता है, तो पालिका प्रशासन नियमानुसार उसे हटाने की कार्रवाई करेगा। पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू ने कहा कि नगर को सुव्यवस्थित, स्वच्छ और सुगम यातायात योग्य बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने इस अभियान में जनसहयोग की अपील की और चेतावनी दी कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बलरामपुर में अतिक्रमण पर पालिका की सख्ती:चिन्हांकन और हटाने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक समिति का गठन किया गया
बलरामपुर नगर पालिका परिषद ने अतिक्रमण की समस्या से निपटने के लिए कड़ा रुख अपनाया है। पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देशानुसार, अब किसी भी अतिक्रमण को हटाने से 48 घंटे पहले उसका चिन्हांकन किया जाएगा। इसका उद्देश्य संबंधित व्यक्तियों को स्वयं अतिक्रमण हटाने का अवसर देना है। पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डीपी सिंह बैस ने बताया कि अतिक्रमण चिन्हांकन और हटाने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति में कर निरीक्षक राकेश कुमार, सफाई निरीक्षक दिवाकर पाण्डेय, जेई जल धर्मेन्द्र गौड़ और जेई सिविल अवनीश यादव शामिल हैं। यह समिति नगर क्षेत्र में अतिक्रमण का चिन्हांकन करेगी। चिन्हांकन के बाद संबंधित व्यक्ति को 48 घंटे का समय दिया जाएगा। यदि इस निर्धारित अवधि में अतिक्रमण स्वयं नहीं हटाया जाता है, तो पालिका प्रशासन नियमानुसार उसे हटाने की कार्रवाई करेगा। पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू ने कहा कि नगर को सुव्यवस्थित, स्वच्छ और सुगम यातायात योग्य बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने इस अभियान में जनसहयोग की अपील की और चेतावनी दी कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।









































