भारत-नेपाल सीमा से सटे बलरामपुर के इलाकों में जंगली जानवर के हमले से दहशत फैल गई है। गुरुवार को सोहेलवा वन्यजीव प्रभाग के भांभर वन क्षेत्र में दो अलग-अलग घटनाओं में दो महिलाओं की जान चली गई। ग्रामीणों का दावा है कि हमलावर बाघ था, जबकि वन विभाग इसे तेंदुआ बता रहा है। इस विरोधाभास ने ग्रामीणों की चिंता और बढ़ा दी है। पहली घटना गुरुवार सुबह करीब 9 बजे विशुनपुर कोडर गांव के पास हुई। कमला अपनी मां और चाची सुनीता के साथ जंगल से सटे खेत में काम कर रही थी। तभी अचानक एक जंगली जानवर ने उस पर हमला कर दिया और उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। कमला की मां और चाची के शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और जंगल में खोजबीन शुरू की। करीब 300 मीटर अंदर जंगल में कमला का शव बरामद हुआ। मृतका की मां ने बताया कि उन्होंने अपनी आंखों से देखा कि जंगल से बाघ निकला और उनकी बेटी को उठा ले गया। चाची सुनीता ने भी इस बात की पुष्टि की। दूसरी घटना- नेपाल की महिला पर हमला पहली घटना के दो-तीन घंटे बाद भांभर वन क्षेत्र की बेलभरिया बीट में दूसरी वारदात सामने आई। नेपाल के कपिलवस्तु जिले के अमौली गांव की निवासी उर्मिला भारतीय सीमा में जंगल से लकड़ी बीनने आई थी। इसी दौरान जंगली जानवर ने उस पर हमला कर दिया और उसे झाड़ियों में खींच ले गया। बाद में उसका शव जंगल से बरामद हुआ। ग्रामीणों में आक्रोश, सुरक्षा पर सवाल ग्रामीण साधु ने बताया कि इससे पहले भी कुशमहर, रमवापुर, मढ़नी और रेहरा गांवों में जंगली जानवरों के हमले हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बाघ और तेंदुए दोनों का खतरा बना रहता है। ग्रामीण दीपक भारती ने नाराजगी जताते हुए कहा,“हम बार-बार कह रहे हैं कि यह बाघ है, लेकिन वन विभाग इसे तेंदुआ बताकर खतरे को कम दिखा रहा है। महिलाएं खेतों और शौच के लिए बाहर जाती हैं, कई गांवों में अब भी शौचालय नहीं हैं। जान का खतरा बना हुआ है।” उन्होंने यह भी बताया कि करीब एक महीने पहले पिपरा गांव में खेत में काम कर रहे भिखारी लाल को भी जंगली जानवर उठा ले गया था। वन विभाग की कार्रवाई, लोगों में डर कायम लगातार दो मौतों के बाद वन विभाग ने घटनास्थल के पास पिंजरा लगाया है और ग्रामीणों को शाम के समय घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि सिर्फ सलाह से सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो सकती।
भारत-नेपाल सीमा पर जंगली जानवर का आतंक:बलरामपुर में एक ही दिन में दो महिलाओं की मौत, ग्रामीणों में दहशत
भारत-नेपाल सीमा से सटे बलरामपुर के इलाकों में जंगली जानवर के हमले से दहशत फैल गई है। गुरुवार को सोहेलवा वन्यजीव प्रभाग के भांभर वन क्षेत्र में दो अलग-अलग घटनाओं में दो महिलाओं की जान चली गई। ग्रामीणों का दावा है कि हमलावर बाघ था, जबकि वन विभाग इसे तेंदुआ बता रहा है। इस विरोधाभास ने ग्रामीणों की चिंता और बढ़ा दी है। पहली घटना गुरुवार सुबह करीब 9 बजे विशुनपुर कोडर गांव के पास हुई। कमला अपनी मां और चाची सुनीता के साथ जंगल से सटे खेत में काम कर रही थी। तभी अचानक एक जंगली जानवर ने उस पर हमला कर दिया और उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। कमला की मां और चाची के शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और जंगल में खोजबीन शुरू की। करीब 300 मीटर अंदर जंगल में कमला का शव बरामद हुआ। मृतका की मां ने बताया कि उन्होंने अपनी आंखों से देखा कि जंगल से बाघ निकला और उनकी बेटी को उठा ले गया। चाची सुनीता ने भी इस बात की पुष्टि की। दूसरी घटना- नेपाल की महिला पर हमला पहली घटना के दो-तीन घंटे बाद भांभर वन क्षेत्र की बेलभरिया बीट में दूसरी वारदात सामने आई। नेपाल के कपिलवस्तु जिले के अमौली गांव की निवासी उर्मिला भारतीय सीमा में जंगल से लकड़ी बीनने आई थी। इसी दौरान जंगली जानवर ने उस पर हमला कर दिया और उसे झाड़ियों में खींच ले गया। बाद में उसका शव जंगल से बरामद हुआ। ग्रामीणों में आक्रोश, सुरक्षा पर सवाल ग्रामीण साधु ने बताया कि इससे पहले भी कुशमहर, रमवापुर, मढ़नी और रेहरा गांवों में जंगली जानवरों के हमले हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बाघ और तेंदुए दोनों का खतरा बना रहता है। ग्रामीण दीपक भारती ने नाराजगी जताते हुए कहा,“हम बार-बार कह रहे हैं कि यह बाघ है, लेकिन वन विभाग इसे तेंदुआ बताकर खतरे को कम दिखा रहा है। महिलाएं खेतों और शौच के लिए बाहर जाती हैं, कई गांवों में अब भी शौचालय नहीं हैं। जान का खतरा बना हुआ है।” उन्होंने यह भी बताया कि करीब एक महीने पहले पिपरा गांव में खेत में काम कर रहे भिखारी लाल को भी जंगली जानवर उठा ले गया था। वन विभाग की कार्रवाई, लोगों में डर कायम लगातार दो मौतों के बाद वन विभाग ने घटनास्थल के पास पिंजरा लगाया है और ग्रामीणों को शाम के समय घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि सिर्फ सलाह से सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो सकती।









































