बलरामपुर जनपद के विकासखंड गैसड़ी क्षेत्र में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई, जिसमें चालक बाल-बाल बच गया। यह हादसा तब हुआ जब चालक ने सड़क पर अचानक आए एक छुट्टा पशु को बचाने का प्रयास किया। जानकारी के अनुसार, मुल्क बहादुर यादव अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर केवलपुर की ओर जा रहे थे। कवही नाले के पास अचानक एक छुट्टा जानवर सामने आ गया। जानवर को बचाने की कोशिश में ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में पलट गई। हादसे में ट्रैक्टर चालक मुल्क बहादुर यादव को हल्की चोटें आईं, लेकिन उनकी जान बच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर चालक को बाहर निकाला और प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया। दुर्घटना के बाद कुछ समय के लिए मार्ग पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। मुल्क बहादुर यादव ने बताया कि उन्होंने लगभग तीन महीने पहले ही खेती के काम के लिए यह नया ट्रैक्टर-ट्रॉली खरीदा था। गुरुवार दोपहर वह बसंतपुर से अपने घर लौट रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते नियंत्रण न किया जाता तो हादसा और भी गंभीर हो सकता था। ग्रामीणों ने क्षेत्र में बढ़ते छुट्टा पशुओं की समस्या पर प्रशासन से नियंत्रण की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
गैसड़ी में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी:छुट्टा पशु को बचाने में हुआ हादसा, चालक सुरक्षित
बलरामपुर जनपद के विकासखंड गैसड़ी क्षेत्र में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई, जिसमें चालक बाल-बाल बच गया। यह हादसा तब हुआ जब चालक ने सड़क पर अचानक आए एक छुट्टा पशु को बचाने का प्रयास किया। जानकारी के अनुसार, मुल्क बहादुर यादव अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर केवलपुर की ओर जा रहे थे। कवही नाले के पास अचानक एक छुट्टा जानवर सामने आ गया। जानवर को बचाने की कोशिश में ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में पलट गई। हादसे में ट्रैक्टर चालक मुल्क बहादुर यादव को हल्की चोटें आईं, लेकिन उनकी जान बच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर चालक को बाहर निकाला और प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया। दुर्घटना के बाद कुछ समय के लिए मार्ग पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। मुल्क बहादुर यादव ने बताया कि उन्होंने लगभग तीन महीने पहले ही खेती के काम के लिए यह नया ट्रैक्टर-ट्रॉली खरीदा था। गुरुवार दोपहर वह बसंतपुर से अपने घर लौट रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते नियंत्रण न किया जाता तो हादसा और भी गंभीर हो सकता था। ग्रामीणों ने क्षेत्र में बढ़ते छुट्टा पशुओं की समस्या पर प्रशासन से नियंत्रण की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।









































