डुमरियागंज तहसील क्षेत्र में जब्जौआ से जमौता तक जाने वाला तीन किलोमीटर लंबा मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो गया है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे राहगीरों और स्थानीय निवासियों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह मार्ग कई गांवों के लिए मुख्य आवागमन का साधन है। इस मार्ग से गिट्टियां गायब हो चुकी हैं और जगह-जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं। इसके कारण दोपहिया वाहन और टेम्पो जैसे छोटे वाहनों का चलना बेहद मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस सड़क पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, जिसमें लोग चोटिल हो जाते हैं। वाहन चालकों का कहना है कि जर्जर सड़क के कारण उनके वाहनों के पुर्जे ढीले हो जाते हैं, जिससे मरम्मत का खर्च बढ़ जाता है। इसी मार्ग पर एक डिग्री कॉलेज भी स्थित है, जिसके कारण छात्र-छात्राओं को कॉलेज आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। राहगीरों और ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस मार्ग की मरम्मत के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया है, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। तहसील दिवस में भी कई बार शिकायतें दर्ज कराई गईं, पर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। जमौता, जमोती तथा क्षेत्र के महिबुल्लाह, इसरार, मोहम्मद आबिद, मनोज कुमार, राम नरेश, सुखदेव और इंतेज़ार सहित अन्य ग्रामीणों ने अब इस मार्ग की तत्काल मरम्मत कराने की मांग की है।
जब्जौआ-जमौता मार्ग जर्जर, आवागमन हुआ मुश्किल:राहगीर और छात्र परेशान, जनप्रतिनिधियों से शिकायतें बेअसर
डुमरियागंज तहसील क्षेत्र में जब्जौआ से जमौता तक जाने वाला तीन किलोमीटर लंबा मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो गया है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे राहगीरों और स्थानीय निवासियों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह मार्ग कई गांवों के लिए मुख्य आवागमन का साधन है। इस मार्ग से गिट्टियां गायब हो चुकी हैं और जगह-जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं। इसके कारण दोपहिया वाहन और टेम्पो जैसे छोटे वाहनों का चलना बेहद मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस सड़क पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, जिसमें लोग चोटिल हो जाते हैं। वाहन चालकों का कहना है कि जर्जर सड़क के कारण उनके वाहनों के पुर्जे ढीले हो जाते हैं, जिससे मरम्मत का खर्च बढ़ जाता है। इसी मार्ग पर एक डिग्री कॉलेज भी स्थित है, जिसके कारण छात्र-छात्राओं को कॉलेज आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। राहगीरों और ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस मार्ग की मरम्मत के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया है, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। तहसील दिवस में भी कई बार शिकायतें दर्ज कराई गईं, पर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। जमौता, जमोती तथा क्षेत्र के महिबुल्लाह, इसरार, मोहम्मद आबिद, मनोज कुमार, राम नरेश, सुखदेव और इंतेज़ार सहित अन्य ग्रामीणों ने अब इस मार्ग की तत्काल मरम्मत कराने की मांग की है।









































