डुमरियागंज में स्मृति द्वार निर्माण पर रोक:स्थानीय लोगों के विरोध और एनओसी न मिलने से प्रशासन ने रोका

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डुमरियागंज कस्बे में राप्ती नदी तट के पास विधायक निधि से बन रहे स्मृति द्वार का निर्माण कार्य प्रशासन ने रोक दिया है। यह कार्रवाई स्थानीय लोगों के विरोध और नगर प्रशासन द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) न लेने सहित अन्य समस्याओं का हवाला देने के बाद की गई है। यह स्मृति द्वार इटवा मार्ग पर निर्माणाधीन भगवान परशुराम वाटिका के सामने बनाया जा रहा था। इसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हबीबुल्ला के नाम पर स्थापित किया जाना था। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे निर्माण प्रक्रिया शुरू होते ही स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। मामले की सूचना मिलते ही नगर और तहसील प्रशासन हरकत में आया। उप-जिलाधिकारी राजेश कुमार, तहसीलदार रवि कुमार यादव और अधिशासी अधिकारी (ईओ) सचिन कुमार पटेल सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने स्थिति का जायजा लेने के बाद फिलहाल निर्माण कार्य पर रोक लगा दी। डुमरियागंज की विधायक सैयदा खातून ने इस संबंध में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नगर और विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. हबीबुल्ला के नाम पर स्मृति द्वार बनाने की मांग की थी। विधायक ने बताया, “हमने अपनी निधि से एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की स्मृति में द्वार बनवाने का प्रयास किया, लेकिन हमें नहीं पता था कि लोग स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर भी विरोध करेंगे। फिलहाल हमने डीएम-एसपी सहित अन्य अधिकारियों से इस बारे में बात की है।” प्रशासन ने निर्माण रोकने के पीछे के कारणों का खुलासा किया। ईओ सचिन कुमार पटेल ने बताया कि संबंधित निर्माण एजेंसी द्वारा आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं लिया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि निर्माण स्थल के पास से हाइटेंशन लाइन गुजर रही है, जिससे भविष्य में सुरक्षा संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इन कारणों को देखते हुए निर्माण कार्य पर रोक लगाई गई है।
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