कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय डुमरियागंज में शुक्रवार को एक स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएस) टीम द्वारा आयोजित इस शिविर में विद्यालय में अध्ययनरत कुल 80 बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। स्वास्थ्य जांच के दौरान पांच बालिकाएं एनीमिया से पीड़ित पाई गईं, जबकि 12 बालिकाओं में चर्म रोग के लक्षण देखे गए। इसके अतिरिक्त, पांच अन्य बालिकाएं मौसमी सर्दी, जुकाम और बुखार से ग्रसित मिलीं। शिविर में सभी बालिकाओं की आंखों का भी परीक्षण किया गया। आवश्यकतानुसार उन्हें परामर्श और दवाएं उपलब्ध कराई गईं। इस अवसर पर चिकित्सक डॉ. सफीक अहमद ने बताया कि बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए विद्यालयों में समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य बीमारियों की समय रहते पहचान कर उनका उचित उपचार सुनिश्चित करना है। डॉ. अहमद ने आगे कहा कि जांच के साथ-साथ विद्यालयों में जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है। इसका लक्ष्य बच्चों को स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाना है। साथ ही, अभिभावकों को भी साफ-सफाई और पोषण के महत्व के प्रति जागरूक किया जाता है। शिविर में डॉ. तेज कंवर, दिलीप कुमार, गीता चौधरी, वार्डन आशा गुप्ता, सीमा वर्मा सहित विद्यालय की समस्त अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।
कस्तूरबा विद्यालय में स्वास्थ्य शिविर आयोजित:80 बालिकाओं की जांच में एनीमिया, चर्म रोग के लक्षण मिले
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय डुमरियागंज में शुक्रवार को एक स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएस) टीम द्वारा आयोजित इस शिविर में विद्यालय में अध्ययनरत कुल 80 बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। स्वास्थ्य जांच के दौरान पांच बालिकाएं एनीमिया से पीड़ित पाई गईं, जबकि 12 बालिकाओं में चर्म रोग के लक्षण देखे गए। इसके अतिरिक्त, पांच अन्य बालिकाएं मौसमी सर्दी, जुकाम और बुखार से ग्रसित मिलीं। शिविर में सभी बालिकाओं की आंखों का भी परीक्षण किया गया। आवश्यकतानुसार उन्हें परामर्श और दवाएं उपलब्ध कराई गईं। इस अवसर पर चिकित्सक डॉ. सफीक अहमद ने बताया कि बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए विद्यालयों में समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य बीमारियों की समय रहते पहचान कर उनका उचित उपचार सुनिश्चित करना है। डॉ. अहमद ने आगे कहा कि जांच के साथ-साथ विद्यालयों में जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है। इसका लक्ष्य बच्चों को स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाना है। साथ ही, अभिभावकों को भी साफ-सफाई और पोषण के महत्व के प्रति जागरूक किया जाता है। शिविर में डॉ. तेज कंवर, दिलीप कुमार, गीता चौधरी, वार्डन आशा गुप्ता, सीमा वर्मा सहित विद्यालय की समस्त अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।









































