महराजगंज जनपद के फरेंदा तहसील अंतर्गत ग्राम कोइलाडाढ़ में एक भूमि पर अवैध खनन और कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। यह मामला चकबंदी न्यायालय में विचाराधीन है। पीड़ित भूमिधर ने जिलाधिकारी से शिकायत कर तत्काल हस्तक्षेप और कार्रवाई की मांग की है। जिलाधिकारी संतोष शर्मा ने जांच कर कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। ग्राम कोइलाडाढ़, तप्पा लेहड़ा, परगना हवेली निवासी आतिश सिंह पुत्र अमरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि वे आराजी संख्या 999 के पुश्तैनी भूमिधर हैं। बंदोबस्त चकबंदी के दौरान भूमि अभिलेखों में त्रुटि पाई गई थी, जिसके बाद उन्होंने चकबंदी अधिकारी न्यायालय, फरेंदा में वाद दाखिल किया था। यह मामला वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है। आतिश सिंह ने आरोप लगाया है कि न्यायालय में मामला लंबित होने के बावजूद गांव के कुछ भू-माफिया तत्व इस आराजी पर जबरन अवैध खनन कर रहे हैं और कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये तत्व अवैध खरीद-फरोख्त और खनन के कार्यों में संलिप्त हैं। नियमों के अनुसार, जब कोई प्रकरण चकबंदी न्यायालय में लंबित होता है, तो संबंधित भूमि पर किसी भी प्रकार का निर्माण, खनन या अन्य कार्य करना पूरी तरह से प्रतिबंधित होता है। पीड़ित आतिश सिंह ने जिलाधिकारी से मांग की है कि आराजी संख्या 999 पर चल रहे अवैध खनन और कब्जे के प्रयास को तत्काल रुकवाया जाए। उन्होंने दोषियों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई की भी अपील की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो भविष्य में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
महराजगंज में चकबंदी भूमि पर अवैध खनन: पीड़ित भूमिधर ने जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की – Khajuria(Nichlaul) News
महराजगंज जनपद के फरेंदा तहसील अंतर्गत ग्राम कोइलाडाढ़ में एक भूमि पर अवैध खनन और कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। यह मामला चकबंदी न्यायालय में विचाराधीन है। पीड़ित भूमिधर ने जिलाधिकारी से शिकायत कर तत्काल हस्तक्षेप और कार्रवाई की मांग की है। जिलाधिकारी संतोष शर्मा ने जांच कर कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। ग्राम कोइलाडाढ़, तप्पा लेहड़ा, परगना हवेली निवासी आतिश सिंह पुत्र अमरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि वे आराजी संख्या 999 के पुश्तैनी भूमिधर हैं। बंदोबस्त चकबंदी के दौरान भूमि अभिलेखों में त्रुटि पाई गई थी, जिसके बाद उन्होंने चकबंदी अधिकारी न्यायालय, फरेंदा में वाद दाखिल किया था। यह मामला वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है। आतिश सिंह ने आरोप लगाया है कि न्यायालय में मामला लंबित होने के बावजूद गांव के कुछ भू-माफिया तत्व इस आराजी पर जबरन अवैध खनन कर रहे हैं और कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये तत्व अवैध खरीद-फरोख्त और खनन के कार्यों में संलिप्त हैं। नियमों के अनुसार, जब कोई प्रकरण चकबंदी न्यायालय में लंबित होता है, तो संबंधित भूमि पर किसी भी प्रकार का निर्माण, खनन या अन्य कार्य करना पूरी तरह से प्रतिबंधित होता है। पीड़ित आतिश सिंह ने जिलाधिकारी से मांग की है कि आराजी संख्या 999 पर चल रहे अवैध खनन और कब्जे के प्रयास को तत्काल रुकवाया जाए। उन्होंने दोषियों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई की भी अपील की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो भविष्य में स्थिति और गंभीर हो सकती है।









































