मिठौरा क्षेत्र के ग्राम परसा राजा में ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान के तहत जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में एक चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याओं को सुना गया और उनका निराकरण किया गया। साथ ही, विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। जिलाधिकारी ने बताया कि मनरेगा के स्थान पर शुरू की गई वीबी जीरामजी योजना के तहत अब ग्रामीणों को 125 दिन का न्यूनतम रोजगार मिलेगा, जो मनरेगा में मिलने वाले 100 दिन के रोजगार से अधिक है। उन्होंने जनपद में आयुष्मान योजना के विशेष अभियान और पीएम सूर्यघर योजना के लाभों के बारे में भी ग्रामीणों को जागरूक किया। ग्रीन चौपाल के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इसका लक्ष्य पौधरोपण को बढ़ावा देना और मनुष्य-जंगली जानवर संघर्ष के प्रति जागरूकता फैलाना है। उन्होंने बताया कि पौधरोपण के इच्छुक ग्रामीणों को वन विभाग द्वारा निःशुल्क पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्य विकास अधिकारी महेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राम चौपाल के माध्यम से प्रशासन सीधे गांवों तक पहुंच रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य योजनाओं और कार्यों की जमीनी हकीकत को समझना और समस्याओं का त्वरित समाधान करना है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने रुबीना का गोदभराई संस्कार किया और नवजात खुशी व अक्षय का अन्नप्राशन भी कराया। चौपाल में 219 से अधिक लाभार्थियों की स्वास्थ्य जांच की गई, 16 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए और 47 लोगों ने सीएम युवा योजना के तहत आवेदन किया। पांच बच्चों का टीकाकरण भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन परियोजना निदेशक रामदरश चौधरी ने किया। इस दौरान डीएफओ निरंजन सुर्वे, सीएमओ डॉ. श्रीकांत शुक्ला, जिला विकास अधिकारी बीएन कन्नौजिया, एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार, समाज कल्याण अधिकारी, प्रोबेशन अधिकारी, पंचायतराज अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी और खण्ड विकास अधिकारी मिठौरा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
परसा राजा में डीएम ने लगाई चौपाल: ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं, योजनाओं की दी जानकारी – Sekhui(Nichlaul) News
मिठौरा क्षेत्र के ग्राम परसा राजा में ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान के तहत जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में एक चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याओं को सुना गया और उनका निराकरण किया गया। साथ ही, विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। जिलाधिकारी ने बताया कि मनरेगा के स्थान पर शुरू की गई वीबी जीरामजी योजना के तहत अब ग्रामीणों को 125 दिन का न्यूनतम रोजगार मिलेगा, जो मनरेगा में मिलने वाले 100 दिन के रोजगार से अधिक है। उन्होंने जनपद में आयुष्मान योजना के विशेष अभियान और पीएम सूर्यघर योजना के लाभों के बारे में भी ग्रामीणों को जागरूक किया। ग्रीन चौपाल के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इसका लक्ष्य पौधरोपण को बढ़ावा देना और मनुष्य-जंगली जानवर संघर्ष के प्रति जागरूकता फैलाना है। उन्होंने बताया कि पौधरोपण के इच्छुक ग्रामीणों को वन विभाग द्वारा निःशुल्क पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्य विकास अधिकारी महेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राम चौपाल के माध्यम से प्रशासन सीधे गांवों तक पहुंच रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य योजनाओं और कार्यों की जमीनी हकीकत को समझना और समस्याओं का त्वरित समाधान करना है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने रुबीना का गोदभराई संस्कार किया और नवजात खुशी व अक्षय का अन्नप्राशन भी कराया। चौपाल में 219 से अधिक लाभार्थियों की स्वास्थ्य जांच की गई, 16 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए और 47 लोगों ने सीएम युवा योजना के तहत आवेदन किया। पांच बच्चों का टीकाकरण भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन परियोजना निदेशक रामदरश चौधरी ने किया। इस दौरान डीएफओ निरंजन सुर्वे, सीएमओ डॉ. श्रीकांत शुक्ला, जिला विकास अधिकारी बीएन कन्नौजिया, एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार, समाज कल्याण अधिकारी, प्रोबेशन अधिकारी, पंचायतराज अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी और खण्ड विकास अधिकारी मिठौरा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।









































