डुमरियागंज में मूक-बधिर बच्चा अब सुन-बोल सकेगा:बेवा सीएचसी की पहल, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत उपचार

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डुमरियागंज क्षेत्र के ग्राम ताकियावा निवासी चार वर्षीय समीर, जो जन्म से मूक-बधिर थे, अब सुनने और बोलने में सक्षम हो सकेंगे। यह पहल बेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) द्वारा की गई है। सीएचसी अधीक्षक विकास चौधरी के निर्देश पर डॉ. तेज कंवर ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत समीर को चिन्हित किया था। समीर महेश के पुत्र हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बेवा सीएचसी से अब तक कई बच्चों का सफल और निशुल्क उपचार व ऑपरेशन कराया जा चुका है। इस कार्यक्रम के तहत तहसील क्षेत्र में ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जाता है जो बोलने या सुनने में असमर्थ होते हैं और जिनकी आर्थिक स्थिति बड़े अस्पतालों में इलाज कराने की अनुमति नहीं देती। समीर की जांच बेवा सीएचसी पर की गई, जिसमें पता चला कि ऑपरेशन के बाद वह सुनने और बोलने में सक्षम हो सकता है। चिकित्सकों के परामर्श के बाद, कानपुर के डॉ. लाल चंदानी नाक, कान, गला व हृदय रोग अस्पताल को रिपोर्ट भेजी गई, जहाँ ऑपरेशन के लिए सहमति व्यक्त की गई। शनिवार देर शाम, सीएचसी की डॉ. तेज कंवर ने समीर के परिजनों को जांच प्रपत्र सौंपकर उन्हें कानपुर के लिए रवाना किया। उन्होंने बताया कि बच्चे का ऑपरेशन निशुल्क होगा, साथ ही परिजनों को यात्रा का किराया और भोजन का खर्च भी इसी योजना के तहत उपलब्ध कराया जाएगा।
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