शोहरतगढ़ पुलिस क्षेत्राधिकारी मयंक द्विवेदी ने रविवार शाम शोहरतगढ़ थाना परिसर में स्थानीय व्यापारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य बाजारों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना तथा व्यापारियों की समस्याओं का समाधान खोजना था। इसमें विशेष रूप से सर्राफा व्यवसायियों की सुरक्षा पर गहन चर्चा हुई। बैठक के दौरान, व्यापारियों ने अपने क्षेत्रों में हो रही घटनाओं, संदिग्ध गतिविधियों और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को साझा किया। क्षेत्राधिकारी द्विवेदी ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना और आश्वस्त किया कि पुलिस व्यापारियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस और व्यापारियों के बीच बेहतर समन्वय से ही अपराध पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। सर्राफा व्यवसायियों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई। सीओ ने निर्देश दिए कि वे अपने प्रतिष्ठानों पर उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाएं और उनकी कार्यप्रणाली सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त, दुकानों पर कार्यरत कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन कराने पर भी जोर दिया गया, ताकि आपराधिक आशंकाओं को समय रहते रोका जा सके। बैठक में साइबर अपराधों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। व्यापारियों को डिजिटल अरेस्ट, फिशिंग कॉल, फर्जी निवेश योजनाओं और ऑनलाइन ठगी के नए तरीकों के बारे में जागरूक किया गया। क्षेत्राधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी अनजान कॉल, लिंक या लालच भरी स्कीम से दूर रहें और संदेह होने पर तत्काल पुलिस को सूचित करें। महिला सुरक्षा को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। सीओ ने कहा कि बाजारों में महिलाओं की आवाजाही के दौरान किसी भी असहज स्थिति की जानकारी पुलिस को तुरंत दें। अंत में, क्षेत्राधिकारी मयंक द्विवेदी ने व्यापारियों से अपील की कि वे पुलिस के साथ सहयोग बनाए रखें। उन्होंने संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी बिना देर किए साझा करने का आग्रह किया, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल बनाए रखने में मदद मिलेगी। बैठक में प्रभारी निरीक्षक शोहरतगढ़ नवीन कुमार सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी भी उपस्थित रहे।
शोहरतगढ़ में पुलिस-व्यापारी बैठक:सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने पर जोर, सतर्कता बढ़ाने की अपील
शोहरतगढ़ पुलिस क्षेत्राधिकारी मयंक द्विवेदी ने रविवार शाम शोहरतगढ़ थाना परिसर में स्थानीय व्यापारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य बाजारों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना तथा व्यापारियों की समस्याओं का समाधान खोजना था। इसमें विशेष रूप से सर्राफा व्यवसायियों की सुरक्षा पर गहन चर्चा हुई। बैठक के दौरान, व्यापारियों ने अपने क्षेत्रों में हो रही घटनाओं, संदिग्ध गतिविधियों और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को साझा किया। क्षेत्राधिकारी द्विवेदी ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना और आश्वस्त किया कि पुलिस व्यापारियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस और व्यापारियों के बीच बेहतर समन्वय से ही अपराध पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। सर्राफा व्यवसायियों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई। सीओ ने निर्देश दिए कि वे अपने प्रतिष्ठानों पर उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाएं और उनकी कार्यप्रणाली सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त, दुकानों पर कार्यरत कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन कराने पर भी जोर दिया गया, ताकि आपराधिक आशंकाओं को समय रहते रोका जा सके। बैठक में साइबर अपराधों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। व्यापारियों को डिजिटल अरेस्ट, फिशिंग कॉल, फर्जी निवेश योजनाओं और ऑनलाइन ठगी के नए तरीकों के बारे में जागरूक किया गया। क्षेत्राधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी अनजान कॉल, लिंक या लालच भरी स्कीम से दूर रहें और संदेह होने पर तत्काल पुलिस को सूचित करें। महिला सुरक्षा को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। सीओ ने कहा कि बाजारों में महिलाओं की आवाजाही के दौरान किसी भी असहज स्थिति की जानकारी पुलिस को तुरंत दें। अंत में, क्षेत्राधिकारी मयंक द्विवेदी ने व्यापारियों से अपील की कि वे पुलिस के साथ सहयोग बनाए रखें। उन्होंने संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी बिना देर किए साझा करने का आग्रह किया, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल बनाए रखने में मदद मिलेगी। बैठक में प्रभारी निरीक्षक शोहरतगढ़ नवीन कुमार सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी भी उपस्थित रहे।












