डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के बेवा व कोनकटी चौराहे पर स्वास्थ्य विभाग और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने रविवार को निजी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बिना पंजीकरण संचालित तीन अस्पतालों को सील कर दिया गया, जबकि एक अन्य अस्पताल को नोटिस जारी किया गया। नोडल अधिकारी सिद्धार्थनगर डॉ. एम.एम. त्रिपाठी और उपजिलाधिकारी राजेश कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। टीम ने बेवा स्थित नूर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल और मेडिकेयर इमरजेंसी हॉस्पिटल को पंजीकरण न होने के कारण सील कर दिया। इसी कड़ी में बेवा के एक अन्य अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। कोनकटी चौराहे पर स्थित आर.एस. हॉस्पिटल में भी अनियमितताएं पाई गईं। यहां बिना पंजीकरण के ऑपरेशन थिएटर (ओटी), पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड जैसी सेवाएं संचालित हो रही थीं। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कोई डॉक्टर या पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद नहीं मिला, जिसके बाद इसे भी सील कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार विष्णु प्रसाद सिंह, डॉ. विकास चौधरी और डॉ. पंकज त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बिना पंजीकरण चल रहे तीन अस्पताल सील:डुमरियागंज में स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई, एक को नोटिस
डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के बेवा व कोनकटी चौराहे पर स्वास्थ्य विभाग और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने रविवार को निजी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बिना पंजीकरण संचालित तीन अस्पतालों को सील कर दिया गया, जबकि एक अन्य अस्पताल को नोटिस जारी किया गया। नोडल अधिकारी सिद्धार्थनगर डॉ. एम.एम. त्रिपाठी और उपजिलाधिकारी राजेश कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। टीम ने बेवा स्थित नूर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल और मेडिकेयर इमरजेंसी हॉस्पिटल को पंजीकरण न होने के कारण सील कर दिया। इसी कड़ी में बेवा के एक अन्य अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। कोनकटी चौराहे पर स्थित आर.एस. हॉस्पिटल में भी अनियमितताएं पाई गईं। यहां बिना पंजीकरण के ऑपरेशन थिएटर (ओटी), पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड जैसी सेवाएं संचालित हो रही थीं। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कोई डॉक्टर या पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद नहीं मिला, जिसके बाद इसे भी सील कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार विष्णु प्रसाद सिंह, डॉ. विकास चौधरी और डॉ. पंकज त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।









































