विशेश्वरगंज विकासखंड में प्रतिबंधित और संरक्षित प्रजाति के पेड़ों की अवैध कटाई का मामला सामने आया है। यहां पीपल, पकड़िया और गूलर जैसे पर्यावरण के लिहाज से महत्वपूर्ण पेड़ों को लकड़ी माफिया खुलेआम काट रहा है। ग्रामीण दिलीप, बिपुल और शुभम ने बताया कि लकड़ी काटने वाले दलाल धरने और अन्य गतिविधियों की आड़ में क्षेत्र में सक्रिय हैं। ये लोग लगातार संरक्षित पेड़ों को निशाना बना रहे हैं, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है और क्षेत्र का संतुलन बिगड़ने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस अवैध कटाई को लेकर कई बार वन विभाग से शिकायत की गई, लेकिन अब तक न तो मौके पर कोई जांच की गई और न ही कटाई रोकने के लिए ठोस कदम उठाए गए। इससे वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, रेंजर योगेंद्र यादव ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अवैध कटाई को तत्काल रोकने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि पर्यावरण संरक्षण कानूनों का उल्लंघन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विशेश्वरगंज में प्रतिबंधित पेड़ों पर चले आरे: ग्रामीणों ने वन विभाग पर लगाया गंभीर आरोप , जांच की मांग – Puraina(Payagpur) News
विशेश्वरगंज विकासखंड में प्रतिबंधित और संरक्षित प्रजाति के पेड़ों की अवैध कटाई का मामला सामने आया है। यहां पीपल, पकड़िया और गूलर जैसे पर्यावरण के लिहाज से महत्वपूर्ण पेड़ों को लकड़ी माफिया खुलेआम काट रहा है। ग्रामीण दिलीप, बिपुल और शुभम ने बताया कि लकड़ी काटने वाले दलाल धरने और अन्य गतिविधियों की आड़ में क्षेत्र में सक्रिय हैं। ये लोग लगातार संरक्षित पेड़ों को निशाना बना रहे हैं, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है और क्षेत्र का संतुलन बिगड़ने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस अवैध कटाई को लेकर कई बार वन विभाग से शिकायत की गई, लेकिन अब तक न तो मौके पर कोई जांच की गई और न ही कटाई रोकने के लिए ठोस कदम उठाए गए। इससे वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, रेंजर योगेंद्र यादव ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अवैध कटाई को तत्काल रोकने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि पर्यावरण संरक्षण कानूनों का उल्लंघन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।









































