गायघाट के दीनदयाल उत्सव वाटिका में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर एक हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख मनोज जी ने हिंदुओं से आपसी वैमनस्यता भूलकर एकजुट होने का आह्वान किया। मनोज जी ने अपने संबोधन में कहा कि बाबर एक आक्रांता शासक था, जिसने अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मस्थली पर बने राम मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद बनवाई थी। उन्होंने मुगल काल में हिंदुओं पर लगाए गए जजिया कर और उन पर हुए अत्याचारों का भी जिक्र किया। उन्होंने आगे कहा कि जिस मां का पुत्र निकम्मा और बुजदिल हो, उसका परिवार और समाज में कोई महत्व नहीं रहता। ठीक उसी तरह, जिस देश के नागरिक कमजोर होंगे, पूरी दुनिया उसका सम्मान नहीं करती। इसलिए हिंदुओं को अपनी कमजोरियां दूर कर खुद को मजबूत और ऊर्जावान बनाना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्वेंद्र दुबे ने की, जबकि संचालन वायुमंदन मिश्र ने किया। इस सम्मेलन में गोरक्षा आयोग के उपाध्यक्ष महेश शुक्ला, पूर्व विधायक रवि सोनकर, महंत राम अनुज दास, जिला प्रचारक सर्वेन्दु जी, गायघाट नगर पंचायत के अध्यक्ष प्रतिनिधि बालकृष्ण त्रिपाठी सहित भाजपा के पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष ब्रह्म देव यादव उर्फ देवा, प्रद्युम्न शुक्ला, अलोक त्रिपाठी, जितेंद्र जायसवाल, अनूप, राजेश द्विवेदी, केशव चंद सोनी, राजेश अग्रहरि, श्यामबली मोदनवाल, उमाशंकर ओझा, रमेश पाण्डेय, सुरेश अग्रहरि, अशोक, संजय, प्रेम नारायण आजाद, जानकी प्रसाद, नन्द किशोर शुक्ला, बलराम, अनिल पासवान, आनंद मोदनवाल, सत्यराम सोनकर और राम जीत जैसे सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।









































