बस्ती में ब्राह्मण समाज पर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद गहरा गया है। AIMIM के प्रदेश महासचिव शोएब आजम ने भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष आरके आरतियन के बयान से अपनी पार्टी को अलग कर लिया है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब विश्व हिंदू महासंघ और AIMIM नेता के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग हुई। सोमवार को भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष आरके आरतियन ने AIMIM नेता प्रिंस के समर्थन में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान आरतियन ने ब्राह्मण समाज पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘साढ़े तीन प्रतिशत ब्राह्मण डीएनए के आधार पर विदेशी हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘हम ओबीसी, एससी, माइनॉरिटी के आधार पर भाई हैं।’ इस बयान के बाद ब्राह्मणों सहित अन्य वर्गों में भी आक्रोश फैल गया है, जिससे शहर का माहौल गरमा गया है। आरतियन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एआईएमआईएम के प्रदेश महासचिव शुएब आजम ने स्पष्ट किया कि यह आरतियन का निजी मामला है। उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी का ऐसा कोई स्टैंड नहीं है।’ आजम ने बताया कि उनकी पार्टी में ब्राह्मण पदाधिकारी भी हैं और तमाम समाज के लोग जुड़े हुए हैं। आजम ने जोर देकर कहा, ‘हम इस तरह के स्टेटमेंट का न समर्थन करते हैं और न ही हमारा इससे कोई लेना-देना है।’ मंगलवार को कई वर्गों के लोग आरतियन के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान कर रहे हैं।







































