श्रावस्ती जनपद के सिरसिया विकासखंड क्षेत्र में मंगलवार सुबह अचानक मौसम बदल गया। अचानक गरज-चमक के साथ हुई बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। इस समय धान की फसल में बालियां निकल आई हैं, जिससे भारी बारिश होने पर फसल को बड़े नुकसान की आशंका है।
ये है मामला
किसानों के अनुसार, मानसून में पहले ही कम बारिश हुई थी, जिससे फसल चक्र प्रभावित हुआ। अब अत्यधिक बारिश से बची-खुची फसलें भी बर्बाद होने की कगार पर हैं। खेतों में पानी भरने से धान की जड़ें सड़ सकती हैं और पौधे पीले पड़कर सूख सकते हैं।
इसके अलावा, तेज हवा के साथ बारिश से फूल और बालियां झड़ सकती हैं, जिससे दाना बनने की प्रक्रिया रुक जाएगी और पैदावार में कमी आएगी। तेज हवा और जलभराव से पौधों की पकड़ कमजोर हो जाती है, जिससे फसल के गिरने का खतरा बढ़ जाता है।
लंबे समय तक खेतों में पानी जमा रहने से जड़ों में ऑक्सीजन की कमी होती है, जिससे वे गलने लगती हैं। किसानों का कहना है कि यदि यह स्थिति बनी रही, तो उनकी महीनों की मेहनत और लागत व्यर्थ हो जाएगी।
स्थानीय किसान यार मोहम्मद, मोइनुद्दीन, सूर्य प्रकाश जायसवाल और मिंटू पांडेय आदि लोगों ने बताया कि तेज बारिश जारी रहने पर धान की पूरी फसल चौपट हो सकती है। जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई देने लगीं हैं।