तेजवापुर ब्लॉक सभागार में ग्राम प्रधानों, पंचायत सहायकों और सचिवों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण पंचायत राज विभाग के तहत ग्राम पंचायतों की स्वयं की आय विकसित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण के दौरान, मास्टर ट्रेनर आशीष श्रीवास्तव ने प्रतिभागियों को आय के विभिन्न स्रोतों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र, राज्य, जिला और क्षेत्र पंचायतों से मिलने वाली फंडिंग के बावजूद, पंचायतों को अपनी आय (ओएसआर) क्यों उत्पन्न करनी चाहिए। स्वयं की आय से पंचायतें आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगी, जिससे उन्हें विकास कार्यों में कोई बाधा नहीं आएगी। श्री श्रीवास्तव ने पंचायती राज अधिनियम के 73वें संविधान संशोधन के अंतर्गत पंचायतों को दिए गए अधिकारों और विभिन्न धाराओं की भी विस्तृत जानकारी दी। एक अन्य सत्र में, मास्टर ट्रेनर कृष्ण कुमार बाजपेई ने फैमिली आईडी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि फैमिली आईडी बन जाने से सरकारी योजनाओं का लाभ व्यक्ति की योग्यता और क्षमता के अनुसार प्राप्त करना आसान हो जाएगा। फैमिली आईडी राशन कार्ड धारकों और गैर-राशन कार्ड धारकों दोनों के लिए बनाई जानी है। राशन कार्ड में जो मुखिया होगा, वही फैमिली आईडी का भी मुखिया बनेगा। फैमिली आईडी एक 12 अंकों की डिजिटल आईडी होगी, जिसमें पूरे परिवार का डेटा शामिल होगा।
तेजवापुर में पंचायत सहायकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न: ओएसआर व विभागीय पोर्टल एप्लीकेशन पर हुआ आयोजन – Tejwapur(Bahraich) News
तेजवापुर ब्लॉक सभागार में ग्राम प्रधानों, पंचायत सहायकों और सचिवों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण पंचायत राज विभाग के तहत ग्राम पंचायतों की स्वयं की आय विकसित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण के दौरान, मास्टर ट्रेनर आशीष श्रीवास्तव ने प्रतिभागियों को आय के विभिन्न स्रोतों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र, राज्य, जिला और क्षेत्र पंचायतों से मिलने वाली फंडिंग के बावजूद, पंचायतों को अपनी आय (ओएसआर) क्यों उत्पन्न करनी चाहिए। स्वयं की आय से पंचायतें आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगी, जिससे उन्हें विकास कार्यों में कोई बाधा नहीं आएगी। श्री श्रीवास्तव ने पंचायती राज अधिनियम के 73वें संविधान संशोधन के अंतर्गत पंचायतों को दिए गए अधिकारों और विभिन्न धाराओं की भी विस्तृत जानकारी दी। एक अन्य सत्र में, मास्टर ट्रेनर कृष्ण कुमार बाजपेई ने फैमिली आईडी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि फैमिली आईडी बन जाने से सरकारी योजनाओं का लाभ व्यक्ति की योग्यता और क्षमता के अनुसार प्राप्त करना आसान हो जाएगा। फैमिली आईडी राशन कार्ड धारकों और गैर-राशन कार्ड धारकों दोनों के लिए बनाई जानी है। राशन कार्ड में जो मुखिया होगा, वही फैमिली आईडी का भी मुखिया बनेगा। फैमिली आईडी एक 12 अंकों की डिजिटल आईडी होगी, जिसमें पूरे परिवार का डेटा शामिल होगा।









































