बलरामपुर के विकास खंड पचपेड़वा स्थित थारू जनजाति बहुल ग्राम परशुरामपुर में पक्के चकमार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन ने पूजा-अर्चना के साथ ईंट रखकर इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का औपचारिक शुभारंभ किया। इस दौरान ग्रामीणों में खुशी का माहौल देखा गया। ग्रामवासियों के अनुसार, कच्चे रास्तों के कारण बरसात में आवागमन मुश्किल हो जाता था। अब पक्के चकमार्ग बनने से खेतों तक पहुंच आसान होगी, जिससे कृषि कार्यों में तेजी आएगी। साथ ही, बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को आने-जाने में सुविधा मिलेगी। इससे स्वास्थ्य सेवाओं, स्कूलों और आपातकालीन स्थितियों में पहुंच भी सुरक्षित और सुगम हो जाएगी। जिलाधिकारी की पहल पर थारू जनजाति के ग्रामवासियों को वन अधिकार अधिनियम (FRA) के तहत उनके अधिकारों का लाभ भी सुनिश्चित कराया गया है। वन विभाग के माध्यम से मिले इस अधिकार से थारू परिवारों को कानूनी सुरक्षा और आजीविका के स्थायी साधन प्राप्त हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से लंबित समस्याएं अब धरातल पर उतर रही हैं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता, एसडीएम तुलसीपुर, खंड विकास अधिकारी पचपेड़वा और ग्राम प्रधान सहित संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने ग्राम के समग्र विकास और थारू जनजाति के सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
बलरामपुर के परशुरामपुर में पक्के चकमार्ग का निर्माण शुरू:जिलाधिकारी ने किया शुभारंभ, ग्रामीणों ने जताई खुशी
बलरामपुर के विकास खंड पचपेड़वा स्थित थारू जनजाति बहुल ग्राम परशुरामपुर में पक्के चकमार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन ने पूजा-अर्चना के साथ ईंट रखकर इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का औपचारिक शुभारंभ किया। इस दौरान ग्रामीणों में खुशी का माहौल देखा गया। ग्रामवासियों के अनुसार, कच्चे रास्तों के कारण बरसात में आवागमन मुश्किल हो जाता था। अब पक्के चकमार्ग बनने से खेतों तक पहुंच आसान होगी, जिससे कृषि कार्यों में तेजी आएगी। साथ ही, बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को आने-जाने में सुविधा मिलेगी। इससे स्वास्थ्य सेवाओं, स्कूलों और आपातकालीन स्थितियों में पहुंच भी सुरक्षित और सुगम हो जाएगी। जिलाधिकारी की पहल पर थारू जनजाति के ग्रामवासियों को वन अधिकार अधिनियम (FRA) के तहत उनके अधिकारों का लाभ भी सुनिश्चित कराया गया है। वन विभाग के माध्यम से मिले इस अधिकार से थारू परिवारों को कानूनी सुरक्षा और आजीविका के स्थायी साधन प्राप्त हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से लंबित समस्याएं अब धरातल पर उतर रही हैं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता, एसडीएम तुलसीपुर, खंड विकास अधिकारी पचपेड़वा और ग्राम प्रधान सहित संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने ग्राम के समग्र विकास और थारू जनजाति के सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।









































