बहराइच। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग की टीम ने अवैध शिकार पर कार्रवाई करते हुए एक शिकारी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से हथियार, कारतूस, गन पाउडर और अन्य अवैध शिकार सामग्री बरामद की गई है। यह कार्रवाई 30 दिसंबर 2025 की सुबह की गई। वन विभाग की टीम कतर्नियाघाट वन क्षेत्र में सक्रिय निगरानी कर रही थी। इसी दौरान संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर छापेमारी की गई, जिसमें एक व्यक्ति को पकड़ा गया। वह वन क्षेत्र में घूम रहा था और उसके पास से अवैध शिकार से संबंधित सामग्री पाई गई। गिरफ्तार व्यक्ति के पास से बंदूक, कारतूस, गन पाउडर, लोहे के फंदे, जाल, तेजधार चाकू, टॉर्च, लाइटर और प्लास्टिक बोरी जैसी आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। वन विभाग ने बरामद वस्तुओं को कब्जे में लेकर अभियुक्त के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इस कार्रवाई में वन दरोगा, वन रक्षक, दैनिक श्रमिक और अन्य विभागीय कर्मचारी शामिल थे। वन विभाग ने बताया कि सर्दियों के मौसम में अवैध शिकार की गतिविधियां बढ़ जाती हैं, इसलिए अभियान और भी सख्ती के साथ जारी रहेगा। विभाग ने ग्रामीणों से भी अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत वन अधिकारियों को दें।
कतर्नियाघाट में शिकारी गिरफ्तार: वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज, अवैध सामग्री बरामद – Mihinpurwa(Bahraich) News
बहराइच। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग की टीम ने अवैध शिकार पर कार्रवाई करते हुए एक शिकारी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से हथियार, कारतूस, गन पाउडर और अन्य अवैध शिकार सामग्री बरामद की गई है। यह कार्रवाई 30 दिसंबर 2025 की सुबह की गई। वन विभाग की टीम कतर्नियाघाट वन क्षेत्र में सक्रिय निगरानी कर रही थी। इसी दौरान संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर छापेमारी की गई, जिसमें एक व्यक्ति को पकड़ा गया। वह वन क्षेत्र में घूम रहा था और उसके पास से अवैध शिकार से संबंधित सामग्री पाई गई। गिरफ्तार व्यक्ति के पास से बंदूक, कारतूस, गन पाउडर, लोहे के फंदे, जाल, तेजधार चाकू, टॉर्च, लाइटर और प्लास्टिक बोरी जैसी आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। वन विभाग ने बरामद वस्तुओं को कब्जे में लेकर अभियुक्त के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इस कार्रवाई में वन दरोगा, वन रक्षक, दैनिक श्रमिक और अन्य विभागीय कर्मचारी शामिल थे। वन विभाग ने बताया कि सर्दियों के मौसम में अवैध शिकार की गतिविधियां बढ़ जाती हैं, इसलिए अभियान और भी सख्ती के साथ जारी रहेगा। विभाग ने ग्रामीणों से भी अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत वन अधिकारियों को दें।








































