कलवारी-टांडा पुल पर चार पहिया वाहनों का आवागमन एक बार फिर रोक दिया गया है। इस निर्णय से बस्ती और अंबेडकर नगर जिलों के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। कई वाहन चालकों को अचानक रास्ता बंद होने के कारण बीच रास्ते से ही लौटना पड़ा। उल्लेखनीय है कि लगभग दो सप्ताह पहले ही कलवारी-टांडा पुल को दोपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए खोला गया था। इससे दोनों जिलों के बीच आवाजाही सुचारु हो गई थी और स्थानीय लोगों ने राहत महसूस की थी। हालांकि, सोमवार सुबह अचानक पुल के दोनों ओर से चार पहिया वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। पुल बंद होने की जानकारी न होने के कारण बड़ी संख्या में वाहन पुल की ओर पहुंच गए, जिन्हें पुलिस और प्रशासनिक कर्मचारियों द्वारा वापस लौटाया गया। इस स्थिति में वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्गों से लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है, जिससे उनके समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है। यात्रियों को रूट डायवर्जन का सहारा लेना पड़ रहा है। राहगीर प्रभाकर चौधरी और दिलीप कुमार ने बताया कि वे प्रतिदिन टांडा और अंबेडकर नगर के बीच यात्रा करते हैं और अचानक मार्ग बंद होने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द स्थिति स्पष्ट करने और स्थायी समाधान निकालने की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना किसी पूर्व सूचना के मार्ग बंद किए जाने से आम जनता, व्यापारियों और नौकरीपेशा लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से अभी तक आधिकारिक तौर पर यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि चार पहिया वाहनों का आवागमन किस कारण से रोका गया है और इसे कब तक बहाल किया जाएगा।









































