इटवा नगर पंचायत के बिस्कोहर रोड पर चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन मंगलवार देर रात कथा व्यास गंगेश शास्त्री महाराज ने महापुराण के महत्व पर प्रकाश डाला। कथा व्यास ने श्रोताओं को श्रीमद्भागवत पुराण का महत्व बताते हुए कहा कि कलियुग में इसका श्रवण दुर्लभ है। उन्होंने बताया कि राग-द्वेष की अधिकता वाले इस युग में श्रीमद्भागवत पुराण सुनने से मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं। शास्त्री महाराज ने लोक कल्याण और सुख-समृद्धि के लिए महापुराण कथा सुनने का आह्वान किया। कथा के दौरान सांसद जगदम्बिका पाल भी पहुंचे। उन्होंने कथा व्यास का अभिवादन किया और कहा कि प्राचीन भारतीय सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार हम सभी को धार्मिक आयोजन करने चाहिए। इससे आपसी कटुता दूर होती है और सद्भाव की भावना जागृत होती है। सांसद ने आयोजकों को धन्यवाद भी दिया। कथा के समापन पर भागवत भगवान की आरती की गई। इसके उपरांत उपस्थित श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। धार्मिक भजनों से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। मुख्य यज्ञमान राम विलास जायसवाल ने सभी उपस्थित श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि पूर्णाहुति, हवन पूजन और भंडारा एक जनवरी को आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर सभासद सुनील जायसवाल, राम सेवक जायसवाल, राम गुलाम, माधव यादव, राम कृपाल चौधरी, हरियादव, राम नेवास उपाध्याय, शिव कुमार वर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
इटवा में श्रीमद्भागवत कथा का छठा दिन:व्यास गंगेश शास्त्री ने महापुराण के महत्व पर प्रकाश डाला
इटवा नगर पंचायत के बिस्कोहर रोड पर चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन मंगलवार देर रात कथा व्यास गंगेश शास्त्री महाराज ने महापुराण के महत्व पर प्रकाश डाला। कथा व्यास ने श्रोताओं को श्रीमद्भागवत पुराण का महत्व बताते हुए कहा कि कलियुग में इसका श्रवण दुर्लभ है। उन्होंने बताया कि राग-द्वेष की अधिकता वाले इस युग में श्रीमद्भागवत पुराण सुनने से मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं। शास्त्री महाराज ने लोक कल्याण और सुख-समृद्धि के लिए महापुराण कथा सुनने का आह्वान किया। कथा के दौरान सांसद जगदम्बिका पाल भी पहुंचे। उन्होंने कथा व्यास का अभिवादन किया और कहा कि प्राचीन भारतीय सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार हम सभी को धार्मिक आयोजन करने चाहिए। इससे आपसी कटुता दूर होती है और सद्भाव की भावना जागृत होती है। सांसद ने आयोजकों को धन्यवाद भी दिया। कथा के समापन पर भागवत भगवान की आरती की गई। इसके उपरांत उपस्थित श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। धार्मिक भजनों से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। मुख्य यज्ञमान राम विलास जायसवाल ने सभी उपस्थित श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि पूर्णाहुति, हवन पूजन और भंडारा एक जनवरी को आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर सभासद सुनील जायसवाल, राम सेवक जायसवाल, राम गुलाम, माधव यादव, राम कृपाल चौधरी, हरियादव, राम नेवास उपाध्याय, शिव कुमार वर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।









































