बलरामपुर के श्रीदत्तगंज स्थित ग्राम पंचायत पिपरा याकूब में पूर्व एवं भावी प्रत्याशी रोहित वर्मा ने भविष्य के विकास को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने ग्राम पंचायत के दीर्घकालिक विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और स्थायी संरचनाओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। वर्मा ने बताया कि अब तक ग्राम पंचायत में नाली, खड़ंजा और चकरोड जैसे बुनियादी कार्य किए जाते रहे हैं। हालांकि, उनका मानना है कि वास्तविक प्रगति के लिए इन मूलभूत आवश्यकताओं से आगे बढ़कर शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने ग्राम सभा क्षेत्र में स्थित शैक्षणिक और स्वास्थ्य संस्थानों का उल्लेख किया। इसमें ग्राम रूखी में एक प्राथमिक विद्यालय और एक जूनियर हाईस्कूल, गणेशपुर में एक आंगनबाड़ी केंद्र और एक स्वास्थ्य केंद्र, तथा जलाजोतिया में एक स्वास्थ्य केंद्र और एक विद्यालय शामिल हैं। वर्मा ने इन संस्थानों को और अधिक सशक्त बनाने की बात कही, ताकि बच्चों को गांव में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। रोहित वर्मा ने कहा कि मजबूत शिक्षा व्यवस्था से अभिभावकों को अपने बच्चों को दूर के निजी विद्यालयों में भेजने की मजबूरी नहीं रहेगी, जिससे उनका आर्थिक बोझ भी कम होगा। उन्होंने ग्राम पंचायत में स्थित धर्मस्थलों, मरघटों और श्मशान घाटों के समुचित विकास और सौंदर्यीकरण पर भी बल दिया। वर्मा के अनुसार, इन स्थलों का स्थायी और व्यवस्थित विकास गांव की सामाजिक संरचना को मजबूत करता है। ग्रामीणों से संवाद करते हुए रोहित वर्मा ने आश्वासन दिया कि यदि उन्हें ग्राम पंचायत की सेवा करने का अवसर मिलता है, तो वे शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाओं और स्थायी विकास को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि वे किसी पद पर न रहते हुए भी ग्राम पंचायत के हित में कई कार्य कर चुके हैं और जनसेवा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।
पिपरा याकूब विकास पर रोहित वर्मा के विचार:शिक्षा, स्वास्थ्य और स्थायी संरचनाओं को प्राथमिकता देने पर जोर
बलरामपुर के श्रीदत्तगंज स्थित ग्राम पंचायत पिपरा याकूब में पूर्व एवं भावी प्रत्याशी रोहित वर्मा ने भविष्य के विकास को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने ग्राम पंचायत के दीर्घकालिक विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और स्थायी संरचनाओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। वर्मा ने बताया कि अब तक ग्राम पंचायत में नाली, खड़ंजा और चकरोड जैसे बुनियादी कार्य किए जाते रहे हैं। हालांकि, उनका मानना है कि वास्तविक प्रगति के लिए इन मूलभूत आवश्यकताओं से आगे बढ़कर शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने ग्राम सभा क्षेत्र में स्थित शैक्षणिक और स्वास्थ्य संस्थानों का उल्लेख किया। इसमें ग्राम रूखी में एक प्राथमिक विद्यालय और एक जूनियर हाईस्कूल, गणेशपुर में एक आंगनबाड़ी केंद्र और एक स्वास्थ्य केंद्र, तथा जलाजोतिया में एक स्वास्थ्य केंद्र और एक विद्यालय शामिल हैं। वर्मा ने इन संस्थानों को और अधिक सशक्त बनाने की बात कही, ताकि बच्चों को गांव में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। रोहित वर्मा ने कहा कि मजबूत शिक्षा व्यवस्था से अभिभावकों को अपने बच्चों को दूर के निजी विद्यालयों में भेजने की मजबूरी नहीं रहेगी, जिससे उनका आर्थिक बोझ भी कम होगा। उन्होंने ग्राम पंचायत में स्थित धर्मस्थलों, मरघटों और श्मशान घाटों के समुचित विकास और सौंदर्यीकरण पर भी बल दिया। वर्मा के अनुसार, इन स्थलों का स्थायी और व्यवस्थित विकास गांव की सामाजिक संरचना को मजबूत करता है। ग्रामीणों से संवाद करते हुए रोहित वर्मा ने आश्वासन दिया कि यदि उन्हें ग्राम पंचायत की सेवा करने का अवसर मिलता है, तो वे शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाओं और स्थायी विकास को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि वे किसी पद पर न रहते हुए भी ग्राम पंचायत के हित में कई कार्य कर चुके हैं और जनसेवा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।









































