उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में लोहरपुरा के पास बुधवार दोपहर करीब 12 बजे भीषण रेल हादसे में 300 से ज्यादा भेड़ों की मौत हो गई। घटना में पशुपालक को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। यह हादसा आनंद नगर रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर किलोमीटर 38/16 से 39/1 के बीच हुआ। भेड़ों का एक बड़ा झुंड रेल लाइन पार कर रहा था, तभी तेज रफ्तार ट्रेन आ गई। सैकड़ों भेड़ें ट्रेन की चपेट में आकर मारी गईं, जबकि कुछ घायल हो गईं। भेड़ों को चराने निकला था पशुपालक पीड़ित पशुपालक ने बताया कि उनके पास लगभग 500 भेड़ें थीं, जो उनकी आय का मुख्य स्रोत थीं। उन्होंने सुबह से झुंड को चराया था। ट्रैक पार करते समय उन्हें ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी और अचानक हुई इस घटना में उनकी भेड़ें चपेट में आ गईं। 300 से ज्यादा भेड़ों की मौत पुलिस और आनन्दनगर आरपीएफ चौकी प्रभारी विजय कुमार तिवारी के अनुसार, इस हादसे में 300 से अधिक भेड़ें मारी गईं, जबकि घटना में 50-60 घायल हुईं। घायल भेड़ों का प्राथमिक इलाज स्थानीय पशु चिकित्सक डॉ. अजय कुमार ने किया। पास ही खाली जगह पर दफनाया मृत भेड़ों को ट्रैक से हटाकर पास की खाली जगह पर दफनाया गया। हादसे की सूचना मिलते ही ग्रामीण थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। ट्रेन की तेज गति के कारण भेड़ें बच नहीं सकीं। इस घटना में किसी मानवीय हानि की सूचना नहीं है। रेलवे अधिकारियों ने मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। चेतावनी संकेतक बढ़ाने की मांग भेड़ों के झुंड का अचानक रेलवे ट्रैक पार करना इस हादसे का मुख्य कारण बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन से इस क्षेत्र में फाटक लगाने और चेतावनी संकेतक बढ़ाने की मांग की है। यह घटना ग्रामीण इलाकों में पशुपालकों के लिए एक गंभीर चेतावनी है। महाराजगंज जिले में रेलवे ट्रैक के आसपास खेतीबाड़ी और पशुपालन सामान्य है, और ऐसी दुर्घटनाएं पहले भी हुई हैं। प्रभावित पशुपालक के लिए जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग उठने लगी है। पशुपालन विभाग ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है।
महाराजगंज में ट्रेन ने सैकड़ों भेड़ों को कुचला: 300 से ज्यादा की मौत, 50 से अधिक घायल; पशुपालक को भारी नुकसान – Pharenda News
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में लोहरपुरा के पास बुधवार दोपहर करीब 12 बजे भीषण रेल हादसे में 300 से ज्यादा भेड़ों की मौत हो गई। घटना में पशुपालक को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। यह हादसा आनंद नगर रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर किलोमीटर 38/16 से 39/1 के बीच हुआ। भेड़ों का एक बड़ा झुंड रेल लाइन पार कर रहा था, तभी तेज रफ्तार ट्रेन आ गई। सैकड़ों भेड़ें ट्रेन की चपेट में आकर मारी गईं, जबकि कुछ घायल हो गईं। भेड़ों को चराने निकला था पशुपालक पीड़ित पशुपालक ने बताया कि उनके पास लगभग 500 भेड़ें थीं, जो उनकी आय का मुख्य स्रोत थीं। उन्होंने सुबह से झुंड को चराया था। ट्रैक पार करते समय उन्हें ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी और अचानक हुई इस घटना में उनकी भेड़ें चपेट में आ गईं। 300 से ज्यादा भेड़ों की मौत पुलिस और आनन्दनगर आरपीएफ चौकी प्रभारी विजय कुमार तिवारी के अनुसार, इस हादसे में 300 से अधिक भेड़ें मारी गईं, जबकि घटना में 50-60 घायल हुईं। घायल भेड़ों का प्राथमिक इलाज स्थानीय पशु चिकित्सक डॉ. अजय कुमार ने किया। पास ही खाली जगह पर दफनाया मृत भेड़ों को ट्रैक से हटाकर पास की खाली जगह पर दफनाया गया। हादसे की सूचना मिलते ही ग्रामीण थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। ट्रेन की तेज गति के कारण भेड़ें बच नहीं सकीं। इस घटना में किसी मानवीय हानि की सूचना नहीं है। रेलवे अधिकारियों ने मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। चेतावनी संकेतक बढ़ाने की मांग भेड़ों के झुंड का अचानक रेलवे ट्रैक पार करना इस हादसे का मुख्य कारण बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन से इस क्षेत्र में फाटक लगाने और चेतावनी संकेतक बढ़ाने की मांग की है। यह घटना ग्रामीण इलाकों में पशुपालकों के लिए एक गंभीर चेतावनी है। महाराजगंज जिले में रेलवे ट्रैक के आसपास खेतीबाड़ी और पशुपालन सामान्य है, और ऐसी दुर्घटनाएं पहले भी हुई हैं। प्रभावित पशुपालक के लिए जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग उठने लगी है। पशुपालन विभाग ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है।









































