जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने प्रातःकाल अचानक पहुंचे संयुक्त जिला चिकित्सालय, व्यवस्थाओं का लिया जायजा

53

स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बरतने वालों को लगायी कड़ी फटकार

श्रावस्ती,। जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी एवं मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह ने प्रातःकाल ही संयुक्त जिला चिकित्सालय भिनगा में अचानक पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम अस्पताल परिसर में नवनिर्मित एन0आर0सी0 भवन का निरीक्षण किया तथा निर्देशित किया कि भवन निर्माण, फिनिशिंग का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण किया जाए तथा पुराने भवन से यहां पर शिफ्ट किया जाए। इसके अलावा एन0आर0सी0 में वाल पेंटिंग इत्यादि कार्य भी कराया जाए। तत्पश्चात् जिलाधिकारी ने अस्पताल में भर्ती मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया तथा मरीजों एवं उनके तीमारदारों से बात कर उनका कुशलक्षेम भी जाना। और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिया कि सरकार द्वारा प्रदत्त सभी सुविधाएं मरीजों को समय से मुहैया होती रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होने कहा कि अब लापरवाह चिकित्सक एवं पैरामेडिकल कर्मी कार्यवाही के लिए तैयार रहे। यदि मरीजों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने में शिथिलता मिली तो सम्बन्धित चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल कर्मियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिया कि अस्पताल में तैनात सभी चिकित्सको/पैरामेडिकल कर्मियों की शत-प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित रखें। जिलाधिकारी ने एस0एन0सी0यू0 में भर्ती नवजात शिशुओं को बेहतर ढंग से देखभाल करके उन्हें स्वस्थ्य बनाया जाए। उन्होने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया की अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं गर्भवती महिलाओं को खान-पान, दवा, इलाज, टीकाकरण आदि में विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होने कहा कि मानक के अनुरूप साफ-सफाई कराकर सभी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त रखा जाय।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पर्चा काउण्टर पर लम्बी लाइन देखकर इसे व्यवस्थित ढंग से कराने का निर्देश दिया। और बाहर की खिड़कियों के उपयोग हेतु शेड, और बेंच, डिजिटल टोकन सिस्टम लगाया जाए। बैनर-पोस्टर जो गन्दे या पुराने हो गये है, उनकी साफ-सफाई करायी जाए और खराब बैनर तत्काल हटायें जाएं। एस0एन0सी0यू0 में निरीक्षण के दौरान डस्टबीन छोटी पाये जाने पर बड़ी व रंगीन डस्टबीन लगाने का निर्देश दिया। लेबर रूम के निरीक्षण के दौरान 02 मरीज भर्ती पाये गये तथा रूम के बाहर जल जमाव पाया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल उसे खाली कराने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होने स्टाफ नर्स बिन्दु से बात कर स्थिति की जानकारी ली, जिस पर स्टाफ नर्स द्वारा जानकारी न दिये जाने पर स्टाफ नर्स को सी0एच0सी0 ट्रांसफर करने का निर्देश दिया। पी0एच0सी0 वार्ड के बाहर सफाई कराने एवं डस्टबीन रखने का निर्देश दिया। वार्ड में लगी ए0सी0 खराब पाये जाने तथा एग्जास्ट फैन नही पाये जाने पर चौबीस घण्टे के अन्दर सही कराने व नया एग्जास्ट फैन लगाने का निर्देश दिया। आपरेशन थियेटर कक्ष का दरवाजा खराब पाया गया, जिसे मरम्मत कराने का निर्देश दिया। साथ ही कक्ष के बाहर ही मरीज व तिमारदार गर्मी से बेहाल हो रहे है। जिलाधिकारी ने तत्काल वहां पर पंखा लगाने का निर्देश दिया। जनरल वार्ड में निरीक्षण के दौरान स्टेªचर व व्हील चेयर पर ताला बांधा पाया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने उसे खोलकर उपयोग में लाने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि मरीजों को पास जारी किया जाए, जिसमें मरीज के साथ के केवल दो लोग ही रह सके। वार्ड में कुल 05 मरीज भर्ती पाये गये।
पोषण पुर्नवास केन्द्र का निरीक्षण के दौरान 05 मरीज भर्ती पाये गये, जिनका तीन दिवस से इलाज चल रहा है तथा भोजन-पानी, नाश्ता आदि उपलब्ध कराया जा रहा है। केन्द्र में लगी टीवी खराब पायी गई, जिसे मरम्मत कराने या नया लगवाने का निर्देश दिया गया। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि वार्ड में मरीजों के पीने का पानी और मूलभूत सुविधाएं सदैव उपलब्ध रखी जाएं, गार्ड की ड्यूटी सभी वार्डो में लगायी जाए तथा एक इंचार्ज बनाया जाए। इस दौरान चीफ फार्माशिष्ट जे0पी0 सिंह उपस्थित पाये गये तथा उनके द्वारा जिलाधिकारी को दवाओं की उपलब्धता के बारे में अवगत कराया गया। वार्ड में जगह-जगह कूड़े के ढेर पाये जाने पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित को कड़ी फटकार लगायी है और तत्काल उसे हटवाने का निर्देश दिया। ब्लड बैंक में डा0 बी0एन0 वर्मा एवं कम्प्यूटर आपरेटर मोहित अस्थाना उपस्थित पाये गये। कम्प्यूटर आपरेटर द्वारा गुटखा खाते हुए पकड़े जाने पर जिलाधिकारी ने जुर्माना लगाने व एक दिन की सैलरी काटने का निर्देश दिया। इमरजेंसी में डा0 अमित राणा व आदर्श त्रिपाठी उपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि मरीजों को कोई भी दवा बाहर की न लिखी जाए। इस दौरान सफाई कम्पनी का कोई भी कर्मचारी उपस्थित नही पाया गया तथा सफाई कार्य बाधित है। जिस पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया। अल्ट्रासाउण्ड कक्ष में सात कर्मी व एक सुपरवाइजर उपस्थित पाये गये तथा शेष कर्मचारी गायब है और बिना वर्दी के है। जिलाधिकारी ने इन्हें ब्लैक लिस्टेड करते हुए एफआईआर की कार्यवाही कराने का निर्देश दिया। उन्होने अस्पताल के बाहर भूमि पर इंटरलाकिंग कार्य कराया जाए तथा पार्किंग की व्यवस्था कराये जाने हेतु अधिशासी अधिकारी नगर पालिका भिनगा को निर्देशित किया। अस्पताल के बाहर लगे पान मसालों के ठेलो को हटाया जाए तथा बाहर डस्टबीन की व्यवस्था की जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि मरीजो को सभी सुविधाए पूरे पारदर्शिता के साथ मुहैया कराने के साथ-साथ मरीजो के साथ बेहतर व्यहार कर सेवा भाव के रूप में अस्पताल में प्रदत्त सभी सुविधाए मुहैया करायी जाएं। यदि किसी भी चिकित्सक या पैरामेडिकल कर्मी की लापरवाही करने की शिकायत मिली तो निश्चित ही कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 रामगोपाल सहित अन्य चिकित्सक गण, मेडिकल/पैरामेडिकल कर्मी तथा सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।