महाराष्ट्र चुनाव: क्या ‘लाडली बहन योजना’ के बाद महिला वोटरों ने किया खेला? चुनाव आयोग के आंकड़ों में सामने आई ये तस्वीर

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Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल में महायुति की सरकार का अनुमान लगाया गया है। राज्य में 2019 के मुकाबले पांच फीसदी अधिक वोटिंग हुई। सत्तारूढ़ महायुति और महाविकास आघाड़ी दोनों इस अपने पक्ष में मान रहे हैं। आयोग का कहना है कि महिला वोटरों के निकलने से मतदान प्रतिशत बढ़ा। ऐसे में सवाल है कि महिलाओं के वोट किसे ज्यादा मिले?

मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों वोटों की गिनती से पहले चुनाव आयोग ने कुल मतदान के अंतिम आंकड़े जारी कर दिए हैं। राज्य विधानसभा की 288 सीटों के चुनाव में कुल 66.05 प्रतिशत वोट डाले गए। इस मतदान में कुल 6 करोड़ 44 लाख 88 हजार 195 मतदाताओं ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई है, जिनमें से कुल 3 करोड़ 34 लाख 37 हजार 57 पुरुष, 3 करोड़ 6 लाख 49 हजार 318 महिला और 1 हजार 820 अन्य मतदाताओं ने मतदान किया है। चुनाव आयोग द्वारा जारी किए वोटिंग के आंकड़ों में सिर्फ डाक मतदान की संख्या को और जोड़ा जाएगा। 2019 के विधानसभा चुनावों में कुल 61.44 फीसदी वोट डाले गए थे। आयोग के अनुसार पिछले पांच वर्षों में राज्य के मतदान प्रतिशत में लगभग 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

महिला वोटरों ने बढ़ाया वोटिंग प्रतिशत
इस बार के चुनावों में न सिर्फ वोटर अधिक निकले बल्कि इनमें महिला वोटरों की संख्या अधिक रही। महाराष्ट्र के चीफ इलेक्ट्रोरल ऑफिसर एस चोकालिंगम ने कहा कि अभी तक ऐसा कभी नहीं हुआ। राज्य में पहली बार महिला वोटरों में बड़ी संख्या में मतदान किया। इसके चलते कुल मतदान का प्रतिशत 66 फीसदी से अधिक रहा। चोकालिंगम ने कहा कि ऐसा पिछले तीन दशक में नहीं हुआ। राज्य में चुनावों से पूर्व और बाद में लाडली बहन योजना की लोकप्रियता सामने आई थी। चुनावों के ऐलान के बाद लाडली बहन योजना के बारे में सबसे ज्यादा बात हुई थी।

क्या ये लाडली बहन योजना का इंपैक्ट?
एग्जिट पोल में महायुति की जीत का दावा किया गया है। लगभग सभी एग्जिट पोल में महायुति को स्पष्ट बहुमत से लेकर बड़ी जीत दर्ज करने का निष्कर्ष दिया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सेना से आगे निकलती दिख रही है। ऐसे में राजनीतिक हलकों में चर्चा छिड़ी है कि क्या लाडली बहन योजना की लोकप्रियता से वोटिंग बढ़ी और इस योजना का फायदा महायुति को मिला। चुनावों में महायुति की तरफ से सत्ता में लौटने पर 1500 रुपये महीने की जगह 2100 करने का वादा किया था, तो वहीं कांग्रेस की तरफ से महालक्ष्मी योजना के तहत कर्नाटक की तर्ज पर 3000 रुपये महीने देने का वादा किया था। कांग्रेस की तरफ से महिलाओं को बस के फ्री यात्रा का भी वादा किया गया था।

किसको मिले महिलाओं के वोट?
अब जब मतगणना के लिए उलटी गिनती शुरू हो चुकी है तब कयास लग रहे हैं कि महिला वोट किसके पाले में गए? क्या लाडली बहन योजना वाकई में महायुति के लिए गेमचेंजर बन गई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के कुल 9.7 करोड़ वोटर थे। इनमें 5.22 करोड़ पुरुष और 4.69 करोड़ महिला वोटर थीं। इनमें से कुल 3 करोड़ 34 लाख 37 हजार 57 पुरुष, 3 करोड़ 6 लाख 49 हजार 318 महिला और 1 हजार 820 अन्य मतदाताओं ने मतदान किया है। महिलाओं से पुरुषों के वोटों की संख्या सिर्फ 28 लाख ही अधिक रही, हालांकि इसमें पोस्टल बैलेट की संख्या जुड़नी बाकी है।

किन क्षेत्रों में ज्यादा वोटिंग हुई?
चुनाव आयोग के अनुसार करवीर, चिमूर, ब्रम्हपुरी, नेवासा, कागल, आर्मोरी, नवापुर, शाहुवाड़ी, कुडाल और पलुस-काडेगांव निर्वाचन क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी सबसे ज्यादा देखी गई। 288 निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान आंकड़ों को देखते हुए, इस वर्ष सबसे अधिक कुल मतदान करवीर निर्वाचन क्षेत्र में यानी 84.96 प्रतिशत था, जबकि सबसे कम समग्र मतदान कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र में था। कोलाबा विधानसभा क्षेत्र में 44.44 फीसदी मतदान हुआ।

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