नन्हीं मुस्कानों की रोशनी

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– सीडीपीओ अनुराग कुमार त्रिपाठी का महराजगंज में प्रेरणादायक कार्यकाल

जनपद महराजगंज, जहाँ विकास की कई कहानियाँ हर रोज़ जन्म लेती हैं, वहीं बीते 3 वर्ष 8 माह का समय सीडीपीओ अनुराग कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में बाल विकास और पोषण के क्षेत्र में एक उदाहरणीय युग के रूप में दर्ज हुआ।

उन्होंने न केवल आंगनबाड़ी केंद्रों को क्रियाशील और सशक्त बनाया, बल्कि हर केंद्र को बच्चों की मुस्कान और स्नेह का केंद्र भी बनाया। पोषण ट्रैकर ऐप के माध्यम से कुपोषण से जूझ रहे बच्चों की पहचान और देखरेख सुनिश्चित की गई। केंद्रों पर बच्चों टॉफी, फल और पौष्टिक आहार वितरित करने के साथ साथ म— नन्हें कदमों में मिठास और ऊर्जा भरने के लिए यह छोटा सा प्रयास, बड़ा प्रभाव छोड़ गया। साथ ही मिशन यशोदा के अंतर्गत केंद्रों पर बच्चों का जन्मदिन मनाना हो या पोषण पंचायत के अंतर्गत ग्राम वासियों को पोषण और स्वास्थ्य के बारे में चर्चा करना हो।

इस कार्यकाल की एक विशेष उपलब्धि वह क्षण रहा, जब ग्राम पंचायत भगवानपुर में डेढ़ वर्ष की बच्ची ‘विद्या’ को गोद लिया गया। एक नन्हीं कली, जिसे अब जीवन की नई बगिया मिल गई। यह केवल एक गोद लेने की प्रक्रिया नहीं थी, बल्कि एक संवेदनशील समाज की ओर उठाया गया आत्मीय कदम था।

विद्या अब अकेली नहीं है — उसके पास एक परिवार है, स्नेह है, और भविष्य की अनगिनत संभावनाएं हैं।

सीडीपीओ अनुराग कुमार त्रिपाठी का यह प्रयास दिखाता है कि प्रशासनिक दायित्व केवल कागज़ों तक सीमित नहीं होता — जब सेवा में संवेदना जुड़ जाए, तो परिणाम मानवता की मिसाल बन जाते हैं।

उनकी यह सोच — “हर बच्चा स्नेह और सुरक्षा का अधिकारी है” — उनके कार्यों में झलकती है। कुपोषित बच्चों को NRC में भर्ती कराकर, उन्हें बेहतर देखभाल देना, और जरूरतमंद बच्चों को परिवार और पहचान दिलाना, उनके सेवा भाव का प्रमाण है।

उनका कार्यकाल केवल प्रशासनिक उपलब्धियों का लेखा-जोखा नहीं, बल्कि नन्हीं मुस्कानों की अनगिनत कहानियों से सजी एक जीवंत यात्रा है, जिसे जनपद महराजगंज लंबे समय तक याद रखेगा।