विंध्याचल में विकास को मिल रही नई दिशा, योगी के विंध्य कॉरिडोर से आया बड़ा बदलाव

200

उत्तर प्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र में सुपरफास्ट स्पीड से विकास की जो बयार बह रही है, उसकी झलक विंध्य कॉरिडोर में तेजी से पूरी होते प्रोजेक्ट से दिख रही है. विंध्य क्षेत्र में अब तक 50 लाख रुपये से ज्यादा लागत वाले 73 प्रोजेक्ट को तय समय में पूरा कर लिया गया है. 177 प्रोजेक्ट भी निश्चित समयावधि में पूरे हो जाएंगे. इसमें विंध्य कॉरिडोर और सोनभद्र का मेडिकल कॉलेज भी शामिल है. योगी सरकार ने इन परियोजनाओं की नियमित निगरानी के साथ निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर विस्तृत कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है.

यह भी पढ़ेंः यूपी में बारिश से हाहाकार; अभी 5 दिनों तक जारी रहेगा कहर, जानें IMD का ताजा अलर्ट

देवी विंध्यवासिनी

विंध्य क्षेत्र में सोनभद्र का थाना पिपरी बैरक हॉस्टल हो, आईटीआई दूधी हो, नगवन बांध में रिपेयर वर्क हो या फिर गऊ संरक्षण केंद्र, चोपन में बीज भंडारण केंद्र और अटल आवासीय विद्यालय का इमारत निर्माण कार्य पूरा होने की चरण में हो. विंध्य क्षेत्र में जारी बुनियादी ढांचे की निगरानी खुद मुख्य सचिव कर रहे हैं. विंध्य कॉरिडोर औऱ सोनभद्र में मेडिकल कॉलेज जैसे प्रोजेक्ट को लेकर योगी सरकार का निर्देश हैं कि किसी प्रकार की लेटलतीफी औऱ ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मिर्जापुर में निर्माणाधीन आयुष अस्पताल में निर्माण कार्य की प्रगति सही नहीं होने पर कांट्रैक्टर के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

यह भी पढ़ेंः UP में अब सड़क की भी ‘गारंटी’, योगी बोले- उखड़ी या टूटी तो फिर से निर्माता एजेंसी ही करे निर्माण

About Vindhyachal Temple

त्रिसूत्रीय एजेंडे पर काम
रिपोर्ट के अनुसार, 50 लाख रुपये से ज्यादा लागत वाले प्रोजेक्ट में से मिर्जापुर में 31 पूरे हो गए हैं, 75 पर काम चल रहा है. भदोही में 18 प्रोजेक्ट पूरे हो गए हैं, 48 पर काम चल रहा है. सोनभद्र में 24 परियोजनाएं पूरी और 54 में काम जारी है. परियोजनाओं के समयबद्ध निस्तारण के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है.
विंध्य कॉरिडोर

सरकारी मंजूरी में तेजी लाई जाएगी
भूमि अधिग्रहण, वन विभाग से मंजूरी, एसआईटी जांच, युटिलिटी शिफ्टिंग, बजट आवंटन से लेकर टेंडरिंग प्रक्रिया किसी भी काम में देरी न हो, इसके लिए तमाम इंतजाम किए गए हैं. इसमें कमिश्नर, डीएम, सीडीओ, जिला स्तर के अन्य अधिकारी और फंडिंग एजेंसियां शामिल हैं.लंबित परियोजनाओं की परेशानियों को दूर करने के लिए इकोसिस्टम विकसित किया जा रहा है.

Also Read: UP में अब सड़क की भी ‘गारंटी’, योगी बोले- उखड़ी या टूटी तो फिर से निर्माता एजेंसी ही करे निर्माण

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )


दुनिया प्रदेश की ताजा तरीन खबरें और रोचक जानकारीयों के लिए जुडिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से..लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज अपने व्हाट्सएप पर पायें…