UP: आजम खान के ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड पर अखिलेश बोले- सरकार जितनी कमजोर होगी, विपक्ष पर बढ़ेंगे उतने छापे

147

उत्तर प्रदेश के रामपुर जनपद में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान (Azam Khan) के परिसरों पर इनकम टैक्स विभाग छापेमारी (Income Tax Raid) कर रही है। वहीं, सीतापुर में जेंसी पब्लिक स्कूल और रीजेंसी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी और लखनऊ में एक वकील मुश्ताक अहमद सिद्दीकी के आवास पर भी छापेमारी की जा रही है। इस बीच सपा चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का इस छापेमारी को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।

30 ठिकानों पर ली जा रही तलाशी

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार जितनी कमजोर होगी, विपक्ष पर छापे उतने बढ़ते जायेंगे। मिली जानकारी के अनुसार, यह छापेमारी कथित तौर पर अल जौहर ट्रस्ट से जुड़ी हुई है। आजम खान के खिलाफ कर चोरी की जांच के तहत लखनऊ, रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर और सीतापुर सहित मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कम से कम 30 ठ‍िकानों की तलाशी ली जा रही है।

Also Read: UP: सपा नेता आजम खान के कई ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा, बढ़ सकती हैं मुश्किलें

आजम खान के करीबी सहयोगी समाजवादी पार्टी के विधायक नसीर अहमद खान के घर पर भी छापेमारी चल रही है। विधायक अल जौहर ट्रस्ट में भी पद पर हैं। आजम खान अल जौहर ट्रस्ट के प्रमुख हैं। ट्रस्ट के 3.24 एकड़ भूखंड का पट्टा इस साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश सरकार ने रद्द कर दिया था।

कथित तौर पर यह भूखंड ट्रस्ट को एक शोध संस्थान स्थापित करने के लिए दिया गया था और पट्टे पर 2013-14 में 30 से अधिक वर्षों के लिए 100 रुपये प्रति वर्ष पर हस्ताक्षर किए गए थे। छापेमारी के दौरान आजम खान और उनका परिवार उनके रामपुर स्थित आवास पर मौजूद था। आईटी विभाग के वाहनों का एक काफिला सपा नेता के घर के बाहर खड़ा देखा गया, जिसे केंद्रीय बलों ने घेर रखा है।

Also Read: UP: कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय बोले- समाजवादी पार्टी की कथनी और करनी में अंतर, साथ देती तो जीत जाते बागेश्वर

बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने कही ये बात

सपा नेता आजम खान से जुड़ी संपत्तियों पर जारी आयकर व‍िभाग की छापे पर बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने कहा क‍ि हमने 2021 में सीबीडीटी में शिकायत दर्ज कराई थी कि आजम खान के ट्रस्ट में दिखाया गया दान पूरी तरह से फर्जी है। हमने इसकी जांच की मांग की है। आजम खान ने अपनी यूनिवर्सिटी की लागत कम बताई। हमने मांग की कि मूल्यांकन दोबारा कराया जाए और नए मूल्यांकन के आधार पर आजम पर टैक्स लगाया जाए।

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )