पश्चिम बंगाल के पर्वतीय क्षेत्र दार्जिलिंग में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने भयावह रूप ले लिया है। भारी बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन और पुल टूटने की घटनाओं ने तबाही मचा दी है। अब तक 17 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। आपदा प्रबंधन टीम राहत व बचाव कार्य में जुटी है, लेकिन लगातार बारिश के चलते मुश्किलें बढ़ी हुई हैं।
दार्जिलिंग-सिक्किम का संपर्क टूटा, सड़कें धंसीं
लगातार बारिश के कारण दार्जिलिंग और सिक्किम को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया है। दुधिया आयरन पुल का बड़ा हिस्सा बह जाने से सिलीगुड़ी और मिरिक के बीच संपर्क टूट गया है। वहीं, कई जगहों पर सड़कों के धंसने से दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी के बीच यातायात भी ठप हो गया है। कार्सियांग और कालिम्पोंग में भी कई जगहों पर भारी भूस्खलन हुआ है। इस बीच, मिरिक में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और कई घरों को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने पर्यटकों को इलाके से दूर रहने की सलाह दी है।
#WATCH | Dudhia Mirik, Darjeeling | On the landslide situation in the area, Abhishek Roy, Additional SP Kurseong, Darjeeling district police, says, "7 dead bodies have already been recovered from the debris. We have information about two more people. Work is being done to recover… pic.twitter.com/JamX5M12aO
— ANI (@ANI) October 5, 2025
बाढ़ जैसे हालात, नेशनल हाईवे बंद
उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी और कूचबिहार जिलों में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नेशनल हाईवे-10 और एनएच-717ए पर कई स्थानों पर लैंडस्लाइड की वजह से यातायात पूरी तरह बंद कर दिया गया है। तीस्ता बाजार क्षेत्र में पानी का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है, जिससे दार्जिलिंग और कालिम्पोंग के बीच का रूट पूरी तरह ठप हो गया है। कोरोनेशन ब्रिज के टूट जाने से सिक्किम और दार्जिलिंग के बीच संपर्क भी बाधित हो गया है। प्रशासन ने आपात वैकल्पिक मार्ग के रूप में कलिम्पोंग जिले से होकर गुजरने की सलाह दी है।
प्रशासन ने जारी की चेतावनी, मौसम विभाग का अलर्ट जारी
दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और जलपाईगुड़ी जिलों में प्रशासन ने ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है, जबकि अलीपुरद्वार में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। लगातार बारिश के कारण तीस्ता, तोरसा और जलढाका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कुर्सेओंग पुलिस के मुताबिक, अब तक 7 शव मलबे से निकाले गए हैं और दो अन्य लोगों की तलाश जारी है। दिलाराम, रोहिणी और पनकहबरी रोड पूरी तरह से बंद हैं।
#WATCH | Dudhia Mirik, Darjeeling | On the landslide situation in the area, Abhishek Roy, Additional SP Kurseong, Darjeeling district police, says, "7 dead bodies have already been recovered from the debris. We have information about two more people. Work is being done to recover… pic.twitter.com/JamX5M12aO
— ANI (@ANI) October 5, 2025
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सिक्किम के छह जिलों सहित उत्तर बंगाल के पहाड़ी इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अगले 48 घंटों तक मौसम खराब रहने की चेतावनी दी है, साथ ही 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और बिजली गिरने की संभावना जताई है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि बारिश का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा तो आने वाले दिनों में भूटान और उत्तर बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में फ्लैश फ्लड की स्थिति बन सकती है।