गांधीनगर । केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Minister Ashwini Vaishnav) ने कहा कि गुजरात में तीन सेमीकंडक्टर प्लांट्स में (In Three Semiconductor Plants in Gujarat) पायलट प्रोडक्शन शुरू हो चुका है (Pilot production has Started) ।
केंद्रीय मंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी और आईटी मंत्री अर्जुन मोढवाडिया के साथ सोमवार को गुजरात में विकसित हो रहे चारों सेमीकंडक्टर प्लांट्स की समीक्षा की। समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए वैष्णव ने कहा कि चारों प्रोजेक्ट्स पर काम काफी तेजी से चल रहा है। कायन्स और सीजी के प्लांट में पायलट प्रोडक्शन शुरू हो चुका है और अगले दो से तीन महीनों में उत्पादन में तेजी आने की उम्मीद है।
उन्होंने आगे कहा कि माइक्रोन के मिनी प्लांट में पायलट प्रोडक्शन पहले से ही जारी है और आगे उत्पादन में और बढ़त होने की संभावना है। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, धोलेरा में बन रहे फैब प्रोजेक्ट में भी काफी तेजी से काम चल रहा है। आने वाले समय में धोलेरा हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग का एक बड़ा हब बनेगा। देश में कई सेमीकंडक्टर प्लांट्स का निर्माण हो रहा है। पहली मेड-इन-इंडिया 28-90 एनएम चिप जल्द बाजार में आने की संभावना है।
सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में छोटे नैनोमीटर (एनएम) का माप अधिक कॉम्पैक्ट ट्रांजिस्टर डिजाइन को दर्शाता है, जिससे निर्माताओं को एक ही चिप पर अधिक ट्रांजिस्टर फिट करने की सुविधा मिलती है। 28-90 एनएम चिप का उपयोग ऑटोमोटिव, दूरसंचार, बिजली और ट्रेनों में किया जाता है। इससे पहले शनिवार को केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने ओडिशा के भुवनेश्वर के इन्फो वैली में सिक्सेम प्राइवेट लिमिटेड के कंपाउंड सेमीकंडक्टर फैब और एटीएमपी फैसिलिटी के भूमि पूजन और ग्राउंडब्रेकिंग सेरेमनी में भाग लिया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युक्चरिंग छह गुना बढ़ी है, जबकि एक्सपोर्ट आठ गुना बढ़ा है। आज, इलेक्ट्रॉनिक्स भारत से सबसे अधिक निर्यात होने वाली वस्तुओं की लिस्ट में तीसरे स्थान पर है। इस सेमीकंडक्टर फैसिलिटी जैसे प्रोजेक्ट्स के साथ ओडिशा जल्द ही इस ग्रोथ में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला राज्य बन जाएगा।

































