दुबई. सऊदी अरब सरकार ने हज 1447 हिजरी (साल 2026) के लिए पंजीकरण प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है. यह पंजीकरण विशेष रूप से उन मुस्लिम समुदायों के लिए खोला गया है जो दुनिया के अल्पसंख्यक देशों में रहते हैं. सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय ने इस बार हज आवेदन के लिए ‘नुसुक हज’ डिजिटल प्लेटफॉर्म (hajj.nusuk.sa) को एकमात्र आधिकारिक चैनल घोषित किया है. मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि इस बार तीर्थयात्रियों को किसी भी एजेंट या मध्यस्थ के माध्यम से नहीं, बल्कि सीधे इस डिजिटल माध्यम से आवेदन करना होगा.
मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, हज 2026 के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक 15 रबी-अल-थानी 1447 हिजरी से आरंभ हुई, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार 7 अक्टूबर 2025 की तिथि है. मंत्रालय ने बताया कि इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से पंजीकरण का उद्देश्य पूरी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और सुगम बनाना है ताकि तीर्थयात्री किसी धोखाधड़ी या अवैध माध्यम से बच सकें.
नुसुक हज प्लेटफॉर्म के माध्यम से आवेदक अपने देश का चयन कर, ईमेल आईडी के जरिए पंजीकरण कर सकते हैं. इसके बाद उन्हें ओटीपी द्वारा ईमेल सत्यापन कर पासवर्ड बनाना होता है. इसके पश्चात पासपोर्ट, व्यक्तिगत फोटो और निवास प्रमाण पत्र जैसे आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने की सुविधा दी गई है. एक व्यक्ति अपने खाते में अधिकतम सात परिवारजनों या साथियों को भी जोड़ सकता है.
मंत्रालय ने बताया कि फिलहाल केवल अकाउंट रजिस्ट्रेशन का चरण चल रहा है. आगे आने वाले हफ्तों में पैकेज चयन, यात्रा तिथियों का निर्धारण और भुगतान संबंधी विकल्प जारी किए जाएंगे. मंत्रालय ने यह भी कहा कि नुसुक प्लेटफॉर्म को उसके तकनीकी और प्रशासनिक विशेषज्ञों की निगरानी में विकसित किया गया है, जिससे उपयोगकर्ताओं को एकीकृत डिजिटल अनुभव मिल सके—पंजीकरण से लेकर भुगतान और यात्रा प्रबंधन तक की संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन होगी.
सऊदी अरब ने हाल के वर्षों में हज सेवाओं को पूरी तरह डिजिटल बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं. मंत्रालय का कहना है कि इस नए सिस्टम के तहत किसी भी प्रकार की बिचौलिया प्रणाली को समाप्त किया गया है ताकि तीर्थयात्री बिना अतिरिक्त खर्च और जोखिम के अपनी यात्रा सुनिश्चित कर सकें. इसके अलावा, यह प्लेटफॉर्म धोखाधड़ी करने वाले फर्जी एजेंटों या अनधिकृत वेबसाइटों पर भी अंकुश लगाएगा.
नुसुक हज की वेबसाइट पर “Become a Guide” नामक एक विशेष विकल्प भी उपलब्ध कराया गया है, जिसके माध्यम से इच्छुक व्यक्ति हज गाइड बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं. मंत्रालय की मंजूरी के बाद ऐसे व्यक्तियों को आधिकारिक गाइड के रूप में कार्य करने की अनुमति दी जाएगी.
हज और उमरा मंत्रालय ने दोहराया कि हज 2026 के लिए केवल नुसुक हज प्लेटफॉर्म के माध्यम से ही पंजीकरण किया जाएगा. मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि किसी भी अनधिकृत चैनल, ट्रैवल एजेंसी, या वेबसाइट से आवेदन या भुगतान कराने का प्रयास न करें, क्योंकि वे सऊदी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं हैं.
मंत्रालय ने बताया कि नुसुक हज के जरिए हज आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी तरह सरल और उपयोगकर्ता अनुकूल है. आवेदक को वेबसाइट पर जाकर अपने देश का चयन करना होता है, इसके बाद ईमेल पंजीकरण, सत्यापन और पासवर्ड सेट करने की प्रक्रिया पूरी करनी होती है. इसके बाद आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करने पर आवेदन पूरा हो जाता है. मंत्रालय ने यह भी कहा कि भविष्य में तीर्थयात्रियों के लिए हज पैकेज की दरें, यात्रा विकल्प और आवास सुविधाएं इसी प्लेटफॉर्म पर घोषित की जाएंगी.
सऊदी अरब सरकार का यह डिजिटल कदम दुनियाभर के मुस्लिम समुदायों के लिए राहत लेकर आया है, खासकर उन देशों के लिए जहां हज आवेदनों में अब तक निजी एजेंटों और ट्रैवल ऑपरेटरों का दबदबा रहा है. मंत्रालय का कहना है कि यह नई प्रणाली तीर्थयात्रियों को पारदर्शी, सुरक्षित और किफायती माध्यम से सीधे पंजीकरण की सुविधा प्रदान करेगी.
इससे पहले भी सऊदी अरब ने उमरा यात्राओं के लिए ‘नुसुक उमरा’ नामक प्लेटफॉर्म शुरू किया था, जिसे तीर्थयात्रियों और सरकार दोनों ने सराहा. अब इसी मॉडल पर हज पंजीकरण को भी डिजिटल किया गया है. मंत्रालय का मानना है कि इस कदम से दुनियाभर के तीर्थयात्रियों को अधिक विश्वास और सुविधा का अनुभव मिलेगा.
साल 2026 के हज सीजन के लिए पहले ही 72,000 से अधिक आवेदक विभिन्न देशों से आवेदन कर चुके हैं, जबकि इस चरण में कुल 6,228 स्थानों के लिए चयन किया जाएगा. मंत्रालय ने कहा है कि पंजीकरण और चयन की प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और ऑटोमेटेड होगी. सभी चयनित उम्मीदवारों को आधिकारिक ईमेल के माध्यम से सूचित किया जाएगा और आगे की प्रक्रिया के लिए उन्हें वेबसाइट पर लॉगिन कर भुगतान पूरा करना होगा.
सऊदी सरकार ने यह भी बताया कि हज सीजन 2026 के लिए सभी आवास स्थलों, यात्री परिवहन और खानपान सेवाओं को नए लाइसेंसिंग मानकों के तहत अनुमोदित किया गया है ताकि तीर्थयात्रियों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े.
अंततः, मंत्रालय ने दोहराया कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और धार्मिक अनुभव को बेहतर बनाना सऊदी अरब की सर्वोच्च प्राथमिकता है. नुसुक हज प्लेटफॉर्म इसी लक्ष्य की दिशा में उठाया गया एक अहम कदम है—जो पारंपरिक प्रक्रियाओं को सरल बनाकर लाखों मुस्लिम श्रद्धालुओं को आधुनिक डिजिटल माध्यमों से जोड़ता है.
इस डिजिटल पहल से न केवल पंजीकरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि हर तीर्थयात्री सऊदी अरब की आधिकारिक निगरानी में सुरक्षित और शांतिपूर्वक हज यात्रा पूरी कर सके.

































