धार्मिक शास्त्रों और वास्तु विज्ञान के अनुसार घर में कर्पूर (कपूर) जलाने से न केवल नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, बल्कि घर में शांति, सुख-समृद्धि और सकारात्मक वातावरण का निर्माण होता है. विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिदिन सुबह और शाम संध्यावंदन के समय कर्पूर जलाना अत्यंत लाभकारी होता है और यह साधारण उपाय ही परिवार के जीवन में बड़े बदलाव ला सकता है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, देवी-देवताओं के समक्ष कर्पूर जलाने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है. इसे नियमित रूप से करने से न केवल पितृदोष और कालसर्पदोष का निवारण होता है, बल्कि घर में स्वास्थ्य, धन और सुख-शांति की प्राप्ति भी होती है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार राहु और केतु के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए सुबह, शाम और रात्रि में घी में भिगोया हुआ कपूर जलाना चाहिए. इसके अतिरिक्त घर के शौचालय और बाथरूम में दो-दो टिकियाँ रखने से भी दोष समाप्त होते हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि आकस्मिक घटनाओं और दुर्घटनाओं से बचाव में भी कर्पूर की भूमिका अहम है. राहु, केतु और शनि की नकारात्मक ऊर्जा, तंद्रा और क्रोध से उत्पन्न दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रात्रि में हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद कपूर जलाना लाभकारी माना गया है. नियमित रूप से कर्पूर जलाने से घर में किसी भी प्रकार की आकस्मिक घटना या दुर्घटना की संभावना काफी कम हो जाती है.
कर्पूर का प्रयोग केवल आध्यात्मिक लाभ के लिए ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी फायदेमंद माना गया है. शोध बताते हैं कि कपूर की सुगंध से वातावरण में मौजूद जीवाणु और विषाणु नष्ट हो जाते हैं, जिससे रोगों के फैलने की संभावना कम हो जाती है. घर में लगातार कर्पूर जलाने से घर का वातावरण शुद्ध रहता है, मन शांत रहता है और पारिवारिक रिश्तों में मधुरता बनी रहती है.
धन-समृद्धि और आर्थिक लाभ के लिए भी कर्पूर का प्रयोग प्राचीन काल से किया जाता रहा है. विशेषज्ञ बताते हैं कि गुलाब के फूल में कपूर का टुकड़ा रखकर शाम के समय जलाने और देवी दुर्गा को अर्पित करने से अचानक धन प्राप्ति के योग बनते हैं. यदि यह उपाय कम से कम 43 दिनों तक नियमित किया जाए तो आर्थिक लाभ अधिक प्रभावी होता है. नवरात्रि के दौरान इसे करने से लाभ और भी अधिक बढ़ जाता है.
वास्तु दोष मिटाने के लिए भी कर्पूर का विशेष महत्व है. घर के किसी स्थान पर वास्तु दोष महसूस होने पर वहां दो-दो कपूर की टिकियाँ रखनी चाहिए. जैसे ही ये टिकियाँ जलकर समाप्त हों, नई टिकियाँ रख दी जाएँ. विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार ऐसा करने से वास्तु दोष समाप्त हो जाता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है.
कर्पूर के प्रयोग से पति-पत्नी के बीच तनाव कम करने में भी मदद मिलती है. रात को सोते समय पत्नी अपने पति के तकिये में सिंदूर की पुड़िया और पति अपनी पत्नी के तकिये में कपूर की दो टिकियाँ रख दें. सुबह सिंदूर की पुड़िया घर से बाहर किसी उचित स्थान पर फेंक दें और कपूर को शयनकक्ष में जला दें. यदि यह प्रक्रिया न कर सकें तो प्रतिदिन शयनकक्ष में कपूर जलाना पर्याप्त होता है. इससे दंपत्ति के बीच आपसी समझ और स्नेह बढ़ता है.
धन-धान्य की प्राप्ति के लिए भी यह उपाय अत्यंत प्रभावकारी है. रात्रि में रसोई समेटने के बाद चांदी की कटोरी में लौंग और कपूर जलाने से घर में माता लक्ष्मी का वास होता है. इससे धन की कमी नहीं रहती और घर समृद्धि से भरा रहता है.
विवाह बाधा दूर करने के उपाय के रूप में 36 लौंग और 6 कपूर के टुकड़े हल्दी और चावल के साथ देवी दुर्गा को अर्पित करना लाभकारी माना गया है. इस उपाय से विवाह में आ रही बाधाएँ समाप्त होती हैं और विवाह के अवसर शीघ्र बनते हैं.
मनचाही भूमि या भवन प्राप्त करने के लिए भी कर्पूर का प्रयोग किया जा सकता है. इच्छित भूमि या भवन की थोड़ी मिट्टी लेकर उसे कांच की शीशी में डालें. उसमें गंगा जल और कपूर डालकर पूजा में स्थापित करें. सूर्यास्त के समय मंत्र ‘ऐं हीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे’ का पांच माला जप करें. नौ दिन बाद अंकुरित जौ निकालकर किसी सुनसान जगह पर डाल दें. इस उपाय से व्यक्ति को मनचाही संपत्ति प्राप्त करने में सहायता मिलती है.
कर्पूर के नियमित प्रयोग से घर में केवल सकारात्मक ऊर्जा ही नहीं बढ़ती, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है. घर के सदस्यों में तनाव कम होता है, आपसी रिश्तों में प्रेम बढ़ता है और पारिवारिक जीवन में सामंजस्य आता है. विशेषज्ञों का कहना है कि कर्पूर जलाना एक सरल, प्रभावी और सस्ता उपाय है, जिसे किसी भी व्यक्ति द्वारा आसानी से अपनाया जा सकता है.
विशेषज्ञों का निष्कर्ष है कि कर्पूर का नियमित प्रयोग न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से लाभकारी है, बल्कि यह स्वास्थ्य, धन, विवाह और पारिवारिक समृद्धि में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है. इसे प्रतिदिन सुबह और शाम जलाकर घर के वातावरण को स्वच्छ, शांत और सकारात्मक बनाए रखना चाहिए.
इस प्रकार, कर्पूर घर में सुख-शांति, सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि लाने का एक सरल, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक उपाय है. इसे नियमित रूप से अपनाने से घर के सभी सदस्य स्वास्थ्य, मानसिक शांति और आर्थिक समृद्धि का अनुभव कर सकते हैं.



























