टोक्यो. उत्तरी जापान में रविवार शाम को आए एक शक्तिशाली भूकंप ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया. इवाते प्रीफेक्चर सहित आसपास के इलाकों में लोगों ने तेज़ झटके महसूस किए और कई स्थानों पर लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने जानकारी दी कि यह भूकंप स्थानीय समयानुसार शाम 5:03 बजे प्रशांत महासागर के सानरिकु तट के पास आया था.
खबरों के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.7 दर्ज की गई. इसका केंद्र समुद्र की सतह से लगभग 10 किलोमीटर की गहराई पर था, जो अपेक्षाकृत उथला मापा गया. यही कारण है कि झटके कई किलोमीटर दूर तक महसूस किए गए.
भूकंप के बाद जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने संभावित सुनामी की चेतावनी जारी करते हुए कहा कि लहरें एक मीटर (करीब तीन फीट) तक ऊंची हो सकती हैं. हालांकि, एजेंसी ने यह भी बताया कि अभी तक किसी बड़े सुनामी खतरे के संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन एहतियातन तटीय इलाकों को सतर्क रहने को कहा गया है. इवाते प्रीफेक्चर में भूकंपीय तीव्रता स्तर 4 दर्ज किया गया, जो स्थानीय पैमाने पर मध्यम माना जाता है. इसका मतलब है कि झटके इतने तेज़ थे कि इमारतें हिल गईं और अंदर रखे हल्के सामान इधर-उधर खिसक गए.
संचार व्यवस्था ज्यादातर क्षेत्रों में सामान्य
हालांकि, अब तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है. स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव दलों को सतर्क मोड पर रखा है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके. टोक्यो और आसपास के क्षेत्रों में मेट्रो और ट्रेनों की आवाजाही पर कुछ समय के लिए असर पड़ा. कई सेवाओं को एहतियातन रोका गया, लेकिन थोड़ी देर बाद उन्हें फिर से शुरू कर दिया गया. बिजली और संचार व्यवस्था ज्यादातर क्षेत्रों में सामान्य बनी हुई है.
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को स्थिति की पूरी जानकारी दी गई है और उन्होंने सभी संबंधित एजेंसियों को निगरानी बढ़ाने और जनता को समय-समय पर अपडेट देने के निर्देश जारी किए हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, लोग भूकंप के झटकों से भयभीत तो हुए, लेकिन पिछले अनुभवों के कारण उन्होंने तेजी से सुरक्षित स्थानों की ओर रुख किया.





























