12 नवंबर को आसमान में ग्रहों की गति में ऐसा संगम बन रहा है, जो आने वाले सप्ताहों में जीवन के कई क्षेत्रों पर असर डाल सकता है. भारतीय वैदिक ज्योतिष और वेस्टर्न एस्ट्रोलॉजी दोनों ही दृष्टियों से देखें तो इस समय ग्रहों का संतुलन न केवल व्यक्तिगत जीवन बल्कि सामूहिक परिस्थितियों में भी नए संकेत दे रहा है. सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश कर चुके हैं, जबकि चंद्रमा मिथुन में गोचर कर रहे हैं. बुध तुला में मार्गी होकर संवाद और निर्णय क्षमता को बल दे रहे हैं. वहीं, शुक्र अभी भी तुला में हैं और अपने स्वगृही प्रभाव से प्रेम, सौंदर्य और सामंजस्य का माहौल बना रहे हैं. मंगल कर्क राशि में वक्री प्रभाव दे रहे हैं जिससे कुछ राशियों के लिए मानसिक असंतुलन या ऊर्जा का विचलन देखने को मिल सकता है.
वैदिक दृष्टि से शनिदेव कुंभ में विराजमान हैं और अपनी दृष्टि से आर्थिक और सामाजिक विषयों पर गहरा प्रभाव डाल रहे हैं. राहु मीन में और केतु कन्या में गोचर कर रहे हैं — यह स्थिति कर्म और सोच के बीच विरोधाभास बढ़ा सकती है. वेस्टर्न एस्ट्रोलॉजी में भी इस समय ‘मर्क्युरी डायरेक्ट’ और ‘मार्स इन कैंसर’ जैसी घटनाएं संचार, भावना और कार्यक्षमता को नया मोड़ दे रही हैं. कुल मिलाकर, यह गोचर परिवर्तन, आत्ममंथन और नए आरंभ की दिशा में प्रेरित कर रहा है.
मेष राशि वालों के लिए यह समय आत्मविश्वास को पुनर्जीवित करने वाला है. पिछले दिनों जो असमंजस या निर्णयहीनता रही, वह अब धीरे-धीरे दूर होगी. आर्थिक मामलों में थोड़ा धैर्य रखें, परंतु कार्यक्षेत्र में कोई नई शुरुआत लाभदायक हो सकती है. वृषभ राशि के जातकों के लिए यह अवधि संबंधों में स्पष्टता लाएगी. जिन रिश्तों में भ्रम था, वहां अब खुलापन आएगा. हालांकि खर्चों पर नियंत्रण जरूरी रहेगा. मिथुन राशि वालों को इस समय अपने शब्दों और व्यवहार में संतुलन रखना होगा. चंद्रमा की स्थिति मन को विचलित कर सकती है, पर रचनात्मक कार्यों में सफलता के संकेत मिल रहे हैं.
कर्क राशि के लिए मंगल का प्रभाव तीव्र ऊर्जा लेकर आया है. इस समय कार्यों में तेजी और आत्मविश्वास दोनों बढ़े हैं, परंतु आवेश में लिए गए निर्णय नुकसान भी दे सकते हैं. सिंह राशि के जातकों को ग्रहों की यह चाल नेतृत्व के अवसर दे रही है. करियर में नए प्रस्ताव मिल सकते हैं और सामाजिक छवि बेहतर बनेगी. केवल स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सावधानी आवश्यक है. कन्या राशि वालों के लिए यह गोचर आत्ममंथन का समय है. राहु-केतु की स्थिति उन्हें अपने पुराने निर्णयों की समीक्षा करने को प्रेरित कर रही है. आध्यात्मिकता और ध्यान से लाभ मिलेगा.
तुला राशि पर इस समय शुक्र और बुध का संयुक्त प्रभाव है, जो उन्हें आकर्षक व्यक्तित्व और प्रभावी संवाद का वरदान दे रहा है. जो लोग कला, मीडिया या जनसंपर्क से जुड़े हैं, उनके लिए यह समय अत्यंत शुभ है. वहीं वृश्चिक राशि में सूर्य का प्रवेश आत्मबल और साहस को बढ़ा रहा है. जिन कार्यों में अब तक रुकावटें थीं, उनमें प्रगति संभव है. हालांकि किसी नजदीकी व्यक्ति के साथ मतभेद उभर सकते हैं, इसलिए संवाद को नरम रखें. धनु राशि वालों को यह गोचर वित्तीय मामलों में सावधानी बरतने की सलाह देता है. निवेश से पहले ठोस योजना बनाएं, वरना धन फंस सकता है.
मकर राशि के जातकों के लिए यह समय कार्यक्षेत्र में पुनर्संरचना का है. शनि की दृष्टि के कारण मेहनत बढ़ेगी, लेकिन परिणाम स्थायी रहेंगे. जो लोग विदेश या बड़े प्रोजेक्ट से जुड़े हैं, उनके लिए अवसरों के द्वार खुल सकते हैं. कुंभ राशि के लिए ग्रहों की यह स्थिति आत्मविश्वास और रचनात्मकता का संगम ला रही है. मानसिक उलझनों के बावजूद नई योजनाएं जमीन पर उतर सकती हैं. यह समय सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला भी सिद्ध हो सकता है. मीन राशि वालों के लिए राहु का गोचर मानसिक अस्थिरता और नई जिम्मेदारियों का मिश्रण लेकर आया है. परिवार में मतभेद से बचें और निर्णय सोच-समझकर लें.
वेस्टर्न एस्ट्रोलॉजी की दृष्टि से देखें तो इस समय स्कॉर्पियो सीज़न अपने चरम पर है, जो आत्मनिरीक्षण, रहस्य और परिवर्तन की ऊर्जा को बढ़ाता है. ‘मून इन जेमिनी’ विचारों को गतिशील बना रहा है, जिससे लोग नई जानकारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं. वहीं, ‘सैटर्न इन एक्वेरियस’ सामूहिक जिम्मेदारियों और सामाजिक संरचनाओं पर ध्यान केंद्रित करा रहा है. ‘मार्स इन कैंसर’ भावनात्मक तीव्रता ला रहा है, जिससे कुछ लोगों को असुरक्षा या संवेदनशीलता अधिक महसूस हो सकती है. इस समय संतुलन बनाए रखना ही सफलता की कुंजी है.
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह ग्रह-स्थिति वर्ष 2025 के अंत तक कई क्षेत्रों में दिशा बदलेगी. आर्थिक दृष्टि से नवंबर का यह मध्य भाग बाजारों के लिए मिश्रित संकेत दे रहा है. निवेश के नए अवसर उभर सकते हैं, परंतु अनिश्चितता भी बनी रहेगी. राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में भी कुछ अप्रत्याशित घटनाएं सामने आ सकती हैं. मौसम और प्राकृतिक बदलावों के लिहाज से यह समय संक्रमण का दौर है, इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान रखना आवश्यक रहेगा.
कुल मिलाकर 12 नवंबर का यह दिन और उसके बाद के कुछ सप्ताह परिवर्तन की बयार लेकर आएंगे. कुछ राशियों के लिए यह सौभाग्य और अवसरों का समय होगा, जबकि कुछ के लिए आत्मसंयम और सतर्कता की परीक्षा. वृषभ, तुला, सिंह और कुंभ राशि के जातकों को इस ग्रह गोचर से विशेष लाभ मिल सकता है, वहीं कर्क, धनु और मीन राशि को थोड़ी सावधानी बरतनी होगी. ज्योतिष की भाषा में कहें तो यह वह दौर है जब ग्रह हमें ठहरकर सोचने, पुराने अध्याय बंद कर नए आरंभ की ओर बढ़ने का संकेत दे रहे हैं.





























