उत्तरौला विकास खंड के तिलखी बढ़या में स्थित साधन सहकारी समिति लिमिटेड को दूसरे विकास खंड गैंडास बुजुर्ग के परसौना में स्थानांतरित कर दिया गया है। इस मनमानी स्थानांतरण से किसानों को खाद मिलने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनमें रोष व्याप्त है। किसानों ने समिति को वापस मूल स्थान पर न लाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। तिलखी नगर के नाम से प्रसिद्ध यह समिति 1962 में स्थापित हुई थी। इसका गोदाम पिपरा राम ग्राम सभा में स्थित है। मूल भवन जर्जर होने के कारण समिति मुख्य मार्ग पर एक किराए की दुकान से संचालित हो रही थी। आरोप है कि अध्यक्ष गुलाम जिलानी और सचिव की मिलीभगत से समिति को दूसरे ब्लॉक गैंडास बुजुर्ग के परसौना में स्थानांतरित कर दिया गया है। किसान पंचम प्रसाद, राम मूरत भारती, सुरेश निषाद, पटेश्वरी निषाद, विनोद कुमार उपाध्याय और देवी प्रसाद उपाध्याय ने बताया कि समिति को जानबूझकर दूसरे ब्लॉक के सुदूर क्षेत्र में संचालित किया जा रहा है, जिससे उन्हें वहां तक पहुंचने में काफी दिक्कत होती है और कोई साधन भी नहीं मिलता। किसानों का आरोप है कि यह स्थानांतरण केवल मनमानी और कालाबाजारी के उद्देश्य से किया गया है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि समिति को उसके मूल न्याय पंचायत क्षेत्र में वापस स्थापित नहीं किया गया, तो वे धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी समिति प्रबंधन की होगी। इस संबंध में एडीओ कोऑपरेटिव जगजीवन राम ने बताया कि वे एआर कोऑपरेटिव बलरामपुर से बात कर उचित कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। वहीं, भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा बलरामपुर के जिलाध्यक्ष संदीप कुमार वर्मा ने किसानों की पीड़ा सुनने के बाद आश्वासन दिया कि वे उच्च अधिकारियों से बात कर समिति को पुनः उसी न्याय पंचायत में स्थापित करवाएंगे।
साधन सहकारी समिति स्थानांतरित, किसानों को खाद मिलने में दिक्कत:अध्यक्ष-सचिव पर मनमानी का आरोप, आंदोलन की चेतावनी
उत्तरौला विकास खंड के तिलखी बढ़या में स्थित साधन सहकारी समिति लिमिटेड को दूसरे विकास खंड गैंडास बुजुर्ग के परसौना में स्थानांतरित कर दिया गया है। इस मनमानी स्थानांतरण से किसानों को खाद मिलने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनमें रोष व्याप्त है। किसानों ने समिति को वापस मूल स्थान पर न लाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। तिलखी नगर के नाम से प्रसिद्ध यह समिति 1962 में स्थापित हुई थी। इसका गोदाम पिपरा राम ग्राम सभा में स्थित है। मूल भवन जर्जर होने के कारण समिति मुख्य मार्ग पर एक किराए की दुकान से संचालित हो रही थी। आरोप है कि अध्यक्ष गुलाम जिलानी और सचिव की मिलीभगत से समिति को दूसरे ब्लॉक गैंडास बुजुर्ग के परसौना में स्थानांतरित कर दिया गया है। किसान पंचम प्रसाद, राम मूरत भारती, सुरेश निषाद, पटेश्वरी निषाद, विनोद कुमार उपाध्याय और देवी प्रसाद उपाध्याय ने बताया कि समिति को जानबूझकर दूसरे ब्लॉक के सुदूर क्षेत्र में संचालित किया जा रहा है, जिससे उन्हें वहां तक पहुंचने में काफी दिक्कत होती है और कोई साधन भी नहीं मिलता। किसानों का आरोप है कि यह स्थानांतरण केवल मनमानी और कालाबाजारी के उद्देश्य से किया गया है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि समिति को उसके मूल न्याय पंचायत क्षेत्र में वापस स्थापित नहीं किया गया, तो वे धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी समिति प्रबंधन की होगी। इस संबंध में एडीओ कोऑपरेटिव जगजीवन राम ने बताया कि वे एआर कोऑपरेटिव बलरामपुर से बात कर उचित कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। वहीं, भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा बलरामपुर के जिलाध्यक्ष संदीप कुमार वर्मा ने किसानों की पीड़ा सुनने के बाद आश्वासन दिया कि वे उच्च अधिकारियों से बात कर समिति को पुनः उसी न्याय पंचायत में स्थापित करवाएंगे।









































