उत्तर प्रदेश मत्स्य जीवी सहकारी संघ लखनऊ के सभापति वीरू साहनी श्रावस्ती जनपद के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने यहां मत्स्य विभाग, अग्रणी जिला प्रबंधक, सचिव मंडी परिषद, तथा राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान, सभापति ने तीनों तहसीलों के मत्स्य पालकों को मत्स्य पालक कल्याण कोष के तहत प्रशिक्षण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) पर विशेष ध्यान देने और शिविर आयोजित कर प्रगति लाने के लिए भी कहा। सभापति ने सहायक निदेशक मत्स्य को विभागीय योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने मत्स्य पालकों और मत्स्य जीवी सहकारी समितियों के अध्यक्षों व सचिवों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर योजनाओं की जानकारी साझा करने को कहा। इसके अलावा उन्होंने ग्रामसभा के तालाबों का शत-प्रतिशत पट्टा आवंटन कराने और आवंटित पट्टों का अनुबंध पूरा कराने पर जोर दिया। सभापति ने किसान क्रेडिट कार्ड का प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक मत्स्य पालकों को लाभान्वित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जनपद में नई मत्स्य जीवी सहकारी समितियों का गठन करने और सभी नदी खंडों की नीलामी प्रक्रिया पूरी करने के लिए भी निर्देशित किया। सहायक निदेशक मत्स्य दीपान्सू ने सभापति को बताया कि जनपद में कुल 7 मत्स्य जीवी सहकारी समितियां पंजीकृत हैं, जिनमें से एक निष्क्रिय है। दीपांशु ने ग्रामसभा के तालाबों के पट्टा आवंटन, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना और मछुआ कल्याण कोष सहित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की विस्तृत जानकारी दी।
सभापति ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जनपदों में मत्स्य पालकों और अधिकारियों के साथ बैठकें कर उनकी समस्याएं सुनी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा मत्स्य पालकों के लिए संचालित योजनाओं को प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना ही उनका मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि यह श्रावस्ती जनपद में उनका पहला दौरा और पहली जनपदीय समीक्षा बैठक है। सभापति ने कहा कि उन्हें आगे 75 जनपदों में ऐसी समीक्षा बैठकें करनी हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि योजनाएं मछुआ समाज तक प्रभावी ढंग से पहुंच रही हैं या नहीं।









































