श्रावस्ती के नासिरगंज में मजलिसे अज़ा:गूंजा करबला का पैगाम, मौलाना ने इमाम हुसैन की शहादत पर दिया ख़िताब

6
Advertisement

श्रावस्ती के नासिरगंज कस्बे की हुसैनिया मस्जिद में शनिवार को एक मजलिसे अज़ा का आयोजन किया गया। इसमें बहराइच से आए प्रसिद्ध आलिम-ए-दीन मौलाना मोहम्मद मेंहदी ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जीवन और उनकी शहादत पर बयान दिया। मजलिस में बड़ी संख्या में अज़ादारों ने शिरकत की। मौलाना मोहम्मद मेंहदी ने अपने संबोधन में कहा कि इमाम हुसैन ने करबला के मैदान में अत्याचार और अन्याय के विरुद्ध खड़े होकर इंसाफ़, सच्चाई और इंसानियत की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। उनका जीवन पूरे मानव समाज के लिए धैर्य, त्याग और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा है। मौलाना मेंहदी ने आगे कहा कि इमाम हुसैन का बलिदान केवल एक धार्मिक घटना नहीं है। यह इंसाफ़ और अत्याचार के ख़िलाफ़ एक शाश्वत संदेश है, जो आज भी पूरी दुनिया के लिए मार्गदर्शक है। इस मजलिस में अंजुमन हुसैनिया के सभी सदस्य और भारी संख्या में अज़ादार मौजूद रहे। पूरी मस्जिद में ग़म और अकीदत का माहौल रहा, जहां मातम और नौहा खानी से फिज़ा गूंज उठी।

यहां भी पढ़े:  तुलसी विवाह पर उतरौला में शोभायात्रा:धर्म ध्वजा धारी परिषद ने किया भव्य आयोजन
Advertisement