अर्थी को कंधा देकर पुलिस ने कायम की इंसानियत की मिशाल

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महराजगंज/निचलौल: महराजगंज पुलिस ने एक बार फिर अर्थी को कंधा देकर सराहनीय कार्य किया है पुलिस के इस कार्य को देखकर लोगो ने कहा  इंसानियत जिंदा है और  आम जनमानस में एक मिसाल भी कायम किया है।

शव को कंधा देते पुलिसकर्मी।

आपको बता दें कि, निचलौल थाना क्षेत्र के अन्तर्गत झुलनीपुर क्षेत्र में उस समय हर किसी की आंखें नम हो गईं जब महराजगंज पुलिस ने इंसानियत की ऐसी मिसाल कायम कर दी, जिसको देखकर आम जनमानस भावुक हो उठे तथा आंसू छलक पड़े।


जानकारी के मुताबिक, पीलिया से ग्रसित एक युवक की मौत हो गई थी। आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर होने और संसाधनों की कमी होने के कारण शव को ले जाने में परिजनों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। ऐसी दैयनीय स्थिति को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने फौरन मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया और कई किलोमीटर तक पैदल चलकर अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्कार स्थल तक पहुंचाया।
पुलिसकर्मियों की ऐसी मानवीय भावनाओं को देखकर ग्रामीणों व उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गई। लोगों ने कहा कि आज भी पुलिस में इंसानियत जिंदा है, जो समाज के लिए एक मिसाल के साथ प्रेरणा भी है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि “आज भी पुलिस में इंसानियत जिंदा है। पुलिस ने आज ऐसे धर्म को निभा कर पुलिस ने आम जनमानस में पुलिस के मानवीय इंसानियत व दायित्वों का चिराग जलाया है। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि जब फर्ज और इंसानियत साथ चलें, तो पुलिस सिर्फ कानून की रक्षक नहीं, समाज की सच्ची साथी बन जाती है।

इस प्रकरण में निचलौल थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार वर्मा ने पुलिस स्टाफों की सराहना करते हुए उनको बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि, पुलिस से आम जनमानस में हमेशा भय व्याप्त होता है क्योंकि पुलिस को कभी-कभी समाज में अनुशासन व संयम कायम रखने के लिए सख्त रूख भी अपनाना पड़ता है पर पुलिस भी इंसान है उनमें भी इंसानियत कायम होती है। आज निचलौल थाना क्षेत्रांतर्गत पुलिस ने ऐसा कृत्य करके महराजगंज पुलिस में सम्मान की मिसाल कायम करने के साथ – साथ समाज में पुलिस की मानवीय भावनाओं व इंसानियत की पराकाष्ठा को ऊंचा किया है।

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