जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने शुक्रवार को विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान-2025 को मजबूत और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से तहसील नौगढ़ और बांसी के मतदाता पंजीकरण केन्द्रों का गहन निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रक्रिया की प्रगति जानना और अभियान में लगे कार्मिकों की जिम्मेदारी व उत्तरदायित्व का आकलन करना था। जिलाधिकारी ने दोनों तहसीलों में बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को वितरित गणना प्रपत्रों (एन्यूमरेशन फॉर्म), मतदाताओं को उपलब्ध कराए गए प्रपत्रों की संख्या, प्राप्त हुए भरे हुए प्रपत्रों और उनकी फीडिंग की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची सुधार का यह अभियान लोकतांत्रिक प्रक्रिया का आधार है, इसलिए किसी भी स्तर पर शिथिलता या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि लेखपाल अपने-अपने क्षेत्रों के बीएलओ के साथ निरंतर समन्वय बनाए रखें और घर-घर जाकर हर पात्र मतदाता को गणना प्रपत्र उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि प्रपत्र भरने के बाद उन्हें समय पर एकत्र करने के लिए बीएलओ, रोजगार सेवक, ग्राम प्रधान और अन्य स्थानीय कार्मिक सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को धीमी प्रपत्र फीडिंग वाले स्थानों पर तत्काल सुधार लाने और आवश्यक संख्या में कर्मचारियों को सहयोग के लिए लगाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने जोर दिया कि अभियान में तेजी लाने के लिए जिले में टीमवर्क आवश्यक है। लेखपालों को फील्ड में प्राथमिकता दी जाए उन्होंने निर्देश दिए कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले लेखपालों को फील्ड में प्राथमिकता दी जाए ताकि समग्र प्रगति में गति आए। इसके विपरीत, जिन बीएलओ या संबंधित कार्मिकों की प्रगति कम या असंतोषजनक पाई जाए, उनसे जवाबदेही तय की जाए और कार्य प्रभावित न हो, इसके लिए अतिरिक्त स्टाफ भी लगाया जाए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि कुछ अधिकारियों द्वारा अभियान में अपेक्षित रुचि नहीं दिखाई जा रही थी। इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए उन्होंने ए.ई.आर.ओ./खण्ड विकास अधिकारी नौगढ़, सेक्टर अधिकारी/खण्ड शिक्षा अधिकारी नौगढ़ और खण्ड शिक्षा अधिकारी जोगिया से तत्काल प्रभाव से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
सिद्धार्थनगर DM बोले-मतदाता सूची सुधार में लापरवाही बर्दाश्त नहीं:BLO घर-घर जाकर फॉर्म बांटे, BEO से स्पष्टीकरण मांगा
जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने शुक्रवार को विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान-2025 को मजबूत और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से तहसील नौगढ़ और बांसी के मतदाता पंजीकरण केन्द्रों का गहन निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रक्रिया की प्रगति जानना और अभियान में लगे कार्मिकों की जिम्मेदारी व उत्तरदायित्व का आकलन करना था। जिलाधिकारी ने दोनों तहसीलों में बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को वितरित गणना प्रपत्रों (एन्यूमरेशन फॉर्म), मतदाताओं को उपलब्ध कराए गए प्रपत्रों की संख्या, प्राप्त हुए भरे हुए प्रपत्रों और उनकी फीडिंग की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची सुधार का यह अभियान लोकतांत्रिक प्रक्रिया का आधार है, इसलिए किसी भी स्तर पर शिथिलता या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि लेखपाल अपने-अपने क्षेत्रों के बीएलओ के साथ निरंतर समन्वय बनाए रखें और घर-घर जाकर हर पात्र मतदाता को गणना प्रपत्र उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि प्रपत्र भरने के बाद उन्हें समय पर एकत्र करने के लिए बीएलओ, रोजगार सेवक, ग्राम प्रधान और अन्य स्थानीय कार्मिक सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को धीमी प्रपत्र फीडिंग वाले स्थानों पर तत्काल सुधार लाने और आवश्यक संख्या में कर्मचारियों को सहयोग के लिए लगाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने जोर दिया कि अभियान में तेजी लाने के लिए जिले में टीमवर्क आवश्यक है। लेखपालों को फील्ड में प्राथमिकता दी जाए उन्होंने निर्देश दिए कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले लेखपालों को फील्ड में प्राथमिकता दी जाए ताकि समग्र प्रगति में गति आए। इसके विपरीत, जिन बीएलओ या संबंधित कार्मिकों की प्रगति कम या असंतोषजनक पाई जाए, उनसे जवाबदेही तय की जाए और कार्य प्रभावित न हो, इसके लिए अतिरिक्त स्टाफ भी लगाया जाए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि कुछ अधिकारियों द्वारा अभियान में अपेक्षित रुचि नहीं दिखाई जा रही थी। इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए उन्होंने ए.ई.आर.ओ./खण्ड विकास अधिकारी नौगढ़, सेक्टर अधिकारी/खण्ड शिक्षा अधिकारी नौगढ़ और खण्ड शिक्षा अधिकारी जोगिया से तत्काल प्रभाव से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।









































