बलरामपुर पुलिस ने गोवध एवं गो-तस्करी विरोधी अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की है। पचपेड़वा पुलिस ने विशुनपुर टनटनवा ओवरब्रिज के पास एनएच-730 पर चेकिंग के दौरान एक बोलेरो से दो बैल बरामद किए। इस दौरान दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देश पर चलाए जा रहे इस अभियान के तहत प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश चौहान की टीम चेकिंग कर रही थी। उपनिरीक्षक अविनाश कुमार सिंह और उनकी टीम ने बोलेरो को रोका, जिसमें बैलों को क्रूरतापूर्ण तरीके से ठूंसकर भरा गया था। पूछताछ में पकड़े गए तस्करों की पहचान बस्ती निवासी लालजी गुप्ता (22) और महराजगंज निवासी नकुल चौहान (45) के रूप में हुई। दोनों ने स्वीकार किया कि वे बैलों को महराजगंज तराई से नेपाल ले जाकर काटने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मु.अ.सं. 223/2025 के तहत गोवध निवारण अधिनियम की धारा 3/5A/8, पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11, तथा एमवी एक्ट की धारा 182, 189, 196, 207 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। गिरफ्तार तस्करों को न्यायालय में पेश किया गया। इस गिरफ्तारी को अंजाम देने वाली टीम में उपनिरीक्षक अविनाश कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल अजय प्रताप यादव, कांस्टेबल गौतम यादव और कांस्टेबल अरविंद यादव शामिल थे।
बोलेरो से दो बैल बरामद, दो तस्कर गिरफ्तार:नेपाल ले जाकर काटने की थी योजना, पुलिस ने रोका
बलरामपुर पुलिस ने गोवध एवं गो-तस्करी विरोधी अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की है। पचपेड़वा पुलिस ने विशुनपुर टनटनवा ओवरब्रिज के पास एनएच-730 पर चेकिंग के दौरान एक बोलेरो से दो बैल बरामद किए। इस दौरान दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देश पर चलाए जा रहे इस अभियान के तहत प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश चौहान की टीम चेकिंग कर रही थी। उपनिरीक्षक अविनाश कुमार सिंह और उनकी टीम ने बोलेरो को रोका, जिसमें बैलों को क्रूरतापूर्ण तरीके से ठूंसकर भरा गया था। पूछताछ में पकड़े गए तस्करों की पहचान बस्ती निवासी लालजी गुप्ता (22) और महराजगंज निवासी नकुल चौहान (45) के रूप में हुई। दोनों ने स्वीकार किया कि वे बैलों को महराजगंज तराई से नेपाल ले जाकर काटने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मु.अ.सं. 223/2025 के तहत गोवध निवारण अधिनियम की धारा 3/5A/8, पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11, तथा एमवी एक्ट की धारा 182, 189, 196, 207 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। गिरफ्तार तस्करों को न्यायालय में पेश किया गया। इस गिरफ्तारी को अंजाम देने वाली टीम में उपनिरीक्षक अविनाश कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल अजय प्रताप यादव, कांस्टेबल गौतम यादव और कांस्टेबल अरविंद यादव शामिल थे।









































