संविधान दिवस के अवसर पर उतरौला के अम्बेडकर चौराहे पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस दौरान विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बाबा साहेब को नमन किया। कार्यक्रम में दी बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया भारतीय बौद्ध महासभा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कार्यकर्ताओं सहित कई अन्य सामाजिक संगठनों के सदस्य शामिल हुए। सभी उपस्थित लोगों ने संविधान निर्माता डॉ. अम्बेडकर के योगदान को देश के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बताया। अपने संबोधन में ओमप्रकाश गौतम ने कहा कि बाबा साहेब ने भारत को समानता, न्याय और स्वतंत्रता का मजबूत आधार प्रदान किया है, जिसे प्रत्येक नागरिक को स्मरण रखना चाहिए। प्रहलाद बौद्ध ने संविधान को केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि सामाजिक क्रांति का मार्गदर्शक बताया, जिसके संरक्षण और पालन को हम सबका कर्तव्य बताया। इस अवसर पर ओमप्रकाश गौतम, कमलेश कुमार राव, केशव राम गौतम, जैसराम गौतम, प्रहलाद बौद्ध, जोगीराम अकेला, जयकरन एडवोकेट, संतराम भारती, राजू भारती (विधानसभा अध्यक्ष बसपा उतरौला), गोवर्धन प्रसाद (पूर्व प्रधान), मालिक राम, हाजी मोहम्मद यूनुस, जैसराम भारती और राम भवन यादव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
संविधान दिवस पर अम्बेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण:विभिन्न संगठनों ने बाबा साहेब को नमन किया, योगदान को स्वर्णिम अध्याय बताया
संविधान दिवस के अवसर पर उतरौला के अम्बेडकर चौराहे पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस दौरान विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बाबा साहेब को नमन किया। कार्यक्रम में दी बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया भारतीय बौद्ध महासभा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कार्यकर्ताओं सहित कई अन्य सामाजिक संगठनों के सदस्य शामिल हुए। सभी उपस्थित लोगों ने संविधान निर्माता डॉ. अम्बेडकर के योगदान को देश के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बताया। अपने संबोधन में ओमप्रकाश गौतम ने कहा कि बाबा साहेब ने भारत को समानता, न्याय और स्वतंत्रता का मजबूत आधार प्रदान किया है, जिसे प्रत्येक नागरिक को स्मरण रखना चाहिए। प्रहलाद बौद्ध ने संविधान को केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि सामाजिक क्रांति का मार्गदर्शक बताया, जिसके संरक्षण और पालन को हम सबका कर्तव्य बताया। इस अवसर पर ओमप्रकाश गौतम, कमलेश कुमार राव, केशव राम गौतम, जैसराम गौतम, प्रहलाद बौद्ध, जोगीराम अकेला, जयकरन एडवोकेट, संतराम भारती, राजू भारती (विधानसभा अध्यक्ष बसपा उतरौला), गोवर्धन प्रसाद (पूर्व प्रधान), मालिक राम, हाजी मोहम्मद यूनुस, जैसराम भारती और राम भवन यादव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।









































