महराजगंज जिले के मिठौरा ब्लॉक स्थित ग्राम सभा बारवां सोनियां में शनिवार रात हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के 814वें उर्स के अवसर पर एक विशाल धार्मिक सभा (जलसा) का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के सुप्रसिद्ध उलेमा-ए-किराम और विद्वानों ने शिरकत की, जिन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में अकीदतमंदों की भीड़ उमड़ पड़ी। जलसे की शुरुआत तिलावते कुरान और नातिया कलाम से हुई। इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में पधारे मौलाना सद्दाम चतुर्वेदी और मौलाना कमरुज्जामा चतुर्वेदी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्ला अलैह की जीवनी और उनकी शिक्षाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि सूफी संतों ने हमेशा मानवता, प्रेम और आपसी सद्भाव का रास्ता दिखाया है। कार्यक्रम में अपनी तकरीर और कलाम से समां बांधने वाले प्रमुख अतिथियों में मौलाना सद्दाम हाफ़िज़ और शायरे इस्लाम मौलाना अफ़ज़ल भी शामिल रहे। उनके तरन्नुम ने सबका दिल जीत लिया। इस कार्यक्रम के आयोजकों में मस्जिद के इमाम मौलाना कारी फिरोज, इंजीनियर सद्दाम हुसैन, मैनेजर नईम, डॉ. वाजिद अली, जमालुद्दीन, अमजद अली और तमाम ग्रामवासी शामिल रहे। कार्यक्रम के दौरान पूरा गांव “या गरीब नवाज” के नारों से गूंज उठा। जलसे के अंत में मुल्क में अमन-चैन, खुशहाली और आपसी भाईचारे के लिए विशेष दुआ मांगी गई। आयोजन समिति ने आए हुए सभी मेहमानों और जायरीन का शुक्रिया अदा किया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम ने क्षेत्र में एक रूहानी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया।
महराजगंज में ख्वाजा गरीब नवाज 814वॉ उर्स पर जलसा: अमन-भाईचारे का संदेश देने प्रसिद्ध उलेमा-ए-किराम हुए शामिल – Bhagatar(Nichlaul) News
महराजगंज जिले के मिठौरा ब्लॉक स्थित ग्राम सभा बारवां सोनियां में शनिवार रात हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के 814वें उर्स के अवसर पर एक विशाल धार्मिक सभा (जलसा) का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के सुप्रसिद्ध उलेमा-ए-किराम और विद्वानों ने शिरकत की, जिन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में अकीदतमंदों की भीड़ उमड़ पड़ी। जलसे की शुरुआत तिलावते कुरान और नातिया कलाम से हुई। इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में पधारे मौलाना सद्दाम चतुर्वेदी और मौलाना कमरुज्जामा चतुर्वेदी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्ला अलैह की जीवनी और उनकी शिक्षाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि सूफी संतों ने हमेशा मानवता, प्रेम और आपसी सद्भाव का रास्ता दिखाया है। कार्यक्रम में अपनी तकरीर और कलाम से समां बांधने वाले प्रमुख अतिथियों में मौलाना सद्दाम हाफ़िज़ और शायरे इस्लाम मौलाना अफ़ज़ल भी शामिल रहे। उनके तरन्नुम ने सबका दिल जीत लिया। इस कार्यक्रम के आयोजकों में मस्जिद के इमाम मौलाना कारी फिरोज, इंजीनियर सद्दाम हुसैन, मैनेजर नईम, डॉ. वाजिद अली, जमालुद्दीन, अमजद अली और तमाम ग्रामवासी शामिल रहे। कार्यक्रम के दौरान पूरा गांव “या गरीब नवाज” के नारों से गूंज उठा। जलसे के अंत में मुल्क में अमन-चैन, खुशहाली और आपसी भाईचारे के लिए विशेष दुआ मांगी गई। आयोजन समिति ने आए हुए सभी मेहमानों और जायरीन का शुक्रिया अदा किया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम ने क्षेत्र में एक रूहानी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया।







































